रायपुर : कांग्रेस ने दिवाली के अवसर पर अपनी घोषणाओं में एक और घोषणा को शामिल किया. जिसमें छत्तीसगढ़ की महिलाओं को कांग्रेस ने सरकार बनने पर 15 हजार रुपए सालाना देने का वादा किया. इस योजना को कांग्रेस ने गृहलक्ष्मी योजना नाम दिया है. इससे पहले बीजेपी ने महतारी वंदन योजना के तहत प्रदेश की प्रत्येक विवाहित महिला को 12000 रुपए वार्षिक वित्तीय सहायता देने की चुनावी घोषणा की थी. प्रदेश में पुरुष से ज्यादा महिला मतदाता हैं.यही वजह है कि इन्हें साधने के लिए दोनों ही राजनीतिक दलों ने महिलाओं से जुड़ी योजनाओं को घोषित करने की बात कही है.
दोनों योजनाओं को लेकर महिलाओं का मत :दोनों ही योजनाओं के बारे में महिलाओं का अपना ही मत है. महिलाओं का कहना है कि राजनीतिक दल घोषणाएं करते हैं. लेकिन चुनाव में कैंडिडेट भी देखा जाता है. कौन सा कैंडिडेट अच्छा है कौन सा नहीं. उसके हिसाब से वोट दिया जाता है. वहीं कुछ महिलाओं का मानना है कि बीजेपी से कांग्रेस का घोषणा पत्र कहीं ज्यादा मजबूत है. क्योंकि बीजेपी 12000 देने की बात कर रही है जबकि कांग्रेस ने 15000 देने का ऐलान किया है.
बीजेपी ने कांग्रेस की योजना पर किया हमला :कांग्रेस के 15000 प्रतिवर्ष महिलाओं को देने की घोषणा पर बीजेपी ने हमला किया. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि जो 500 रुपए नहीं दिए वो 15 हजार क्या देंगे.पहले चरण में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो चुका है.बीजेपी पर छत्तीसगढ़ की बेटियों के बढ़ते भरोसे से वे घबरा गए हैं. उन्होंने हार स्वीकार कर ली है.
'' हार की हताशा से उन्होंने इस प्रकार की घोषणा की है. छत्तीसगढ़ की माता बहनों को भूपेश बघेल ने 5 साल ठगने का काम किया है, चाहे शराबबंदी के वादे का हो, महिला स्व-सहायता समूह के कर्ज माफी का वादा का हो,महिला स्व-सहायता समूह के बेरोजगार करने का मामला हो, या विधवा बहनों को धोखा देने का मामला हो,लगातार धोखा देने का काम भूपेश बघेल ने किया है.'' :अरुण साव, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष