रायपुर: राजधानी से लगे दुर्ग जिले के खुड़मुड़ा गांव में 20-21 दिसंबर की दरम्यानी रात को हुई हत्या की कड़ी अब तक पुलिस जोड़ नहीं पाई है. एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या कर दी जाती है और इस वारदात का कोई भी सुराग अब तक पुलिस के हाथ न लगना ग्रामीणों की बेचैनी को बढ़ाता जा रहा है.
खुड़मुड़ा गांव का रहने वाला सोनकर परिवार सब्जी-भाजी की खेती करता था. पिछले कुछ सालों से ये परिवार अपने खेत में ही रहता था. बताया जा रहा है कि इस परिवार का किसी से कोई विवाद भी नहीं था. ऐसे में आखिर क्यों इस परिवार की हत्या कर दी गई, यह पहेली उलझती जा रही है.
एक तरफ वारदात के बाद गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है, तो दूसरी तरफ खुड़मुड़ा गांव के साथ ही आसपास के गांव वाले भी दहशत में हैं कि आखिर इस वारदात की वजह क्या थी. इस पूरे मामले की जांच कर रही दुर्ग पुलिस ने इस वारदात के एकमात्र चश्मदीद बच्चे जो खुद घायल है, उससे पूछताछ के आधार पर दो स्केच जारी किए हैं. लेकिन फिलहाल अब तक इस मामले से संबंधित कोई ठोस सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं.
तेज हुई सियासत
मामले को लेकर राजनीति भी गरमा गई है. बीजेपी सरकार को घेरती नजर आ रही है, वहीं जेसीसीजे के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने भी मामले में सीबीआई जांच की मांग कर दी है.
सीबीआई जांच से सरकार का इनकार
अपने निर्वाचन क्षेत्र में हुई इस वारदात के बाद खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी खुड़मुड़ा गांव पहुंचे. जहां उन्होंने पीड़ित परिवार से बातचीत कर उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया. हालांकि उन्होंने सीबीआई जांच की मांग को सिरे से नकार दिया है. इतना ही नहीं, उन्होंने इस मामले में बिल्डर के शामिल होने की बात से भी इनकार किया है. उन्होंने कहा कि यदि कोई बिल्डर होता, तो बड़ी गाड़ी में आता न कि साइकिल से. फिर भी केस में हर पहलू की जांच की जा रही है.
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