रायपुर:छत्तीसगढ़ की सड़कों में ट्रैफिक का दबाव दिनों दिन बढ़ता जा रहा है. इस लिहाज से ट्रैफिक कंट्रोल करने राज्य की ट्रैफिक पुलिस के पास जैसे संसाधन होने चाहिए, उसकी कमी है. रायपुर में ही ट्रैफिक सिस्टम कुछ हद तक अपडेट है. राज्य के प्रमुख ऐसे बड़े शहर हैं, जहां ट्रैफिक का दबाव ज्यादा रहता है. वहां की भी ट्रैफिक व्यवस्था को और हाईटेक तरीके से कंट्रोल किया जा रहा है. इसी के तहत किस रुट पर ट्रैफिक का दबाव कितना है. उसकी मॉनिटरिंग अब गूगल मैप के माध्यम से की जा रही है. गूगल मैप पर ट्रैफिक की जानकारी मिलते ही संबंधित इलाके का स्टाफ मौके पर पहुंच जाम हटाते (Traffic jam will be removed with help of Google Map) नजर आ रहे हैं.
अब गूगल मैप देगा सड़क जाम की जानकारी आम लोग भी देख सकते हैं ट्रैफिक की स्थिति:रायपुर की सड़कें अक्सर जाम रहती है. ट्रैफिक जाम होने की वजह से लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में आधे से एक घंटे का समय लग जाता है. लेकिन अब राजधानी वासियों के लिए राहत की खबर है. क्योंकि अब गूगल मैप ट्रैफिक की स्थिति बताने लगा है. किस रूट पर सड़कें कितनी जाम है? कौन से रूट में यातायात दबाव कम है? इसकी जानकारी अब लोगों को गूगल मैप पर मिलना शुरू हो गया है. गूगल मैप पर आम पब्लिक भी अब अपने शहर की ट्राफिक व्यवस्था देख सकता. उसके बाद अपने गंतव्य तक सही समय पर पहुंच सकता है.
ऐसे जाने ट्रैफिक की स्थिति: गूगल मैप पर ट्रैफिक की स्थिति कलर से पता चलती है. मैप में अलग-अलग रंगों की लाइनों का मतलब अलग-अलग है. ब्लू लाइन का मतलब है डेस्टिनेशन तक जाने के लिए यह रास्ता एकदम साफ है.यह आपके लिए सबसे फास्टेस्ट रूट है. कई बार ग्रे लाइन मखमली लकीर भी नजर आती है, जो अल्टरनेट रास्ता है और उसके संभावित समय का भी पता चलता है. ब्लू कलर वाले रूट की तुलना में ब्लैक ग्रे कलर वाले रूट में आपको थोड़ा सा ज्यादा समय लगेगा. ब्लू कलर लाइन के बीच बीच में कहीं-कहीं पर रेड कलर की लाइन भी नजर आती है. उसका अर्थ है कि आपके रास्ते के उस हिस्से में काफी ज्यादा गाड़ियां चल रही है. ऑरेंज कलर वाली लाइन हल्के जाम को दर्शाती है, जबकि लाल कलर जब ज्यादा डार्क हो जाता है तो उसका मतलब है कि वहां बहुत ज्यादा जाम है.
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ट्रैफिक की मॉनिटरिंग मैप से जानकारी: ट्रैफिक डीएसपी सतीश ठाकुर ने बताया "कुछ दिनों पहले दिल्ली और हैदराबाद भ्रमण किया था. वहां देखने को मिला कि जहां जाम की स्थिति निर्मित होती है. वहां गूगल के माध्यम से मॉनिटरिंग की जाती है. इसमें देखने को मिला कि जिस रूट पर जाम है, वह रूट गूगल में रेड कलर का दिखता है. जहां ट्रैफिक का दबाव कम है. वह रूट ग्रीन कलर का दिखाई देता है. इसी माध्यम से रायपुर पुलिस भी ट्रैफिक की मॉनिटरिंग कर रहा है. हम गूगल मैप पर देखते हैं, जहां रेड कलर बताता है वहां के नजदीकी थाने को सूचना देते हैं. यातायात दबाव की जानकारी मांगते हैं और यातायात को व्यवस्थित करने के निर्देश देते हैं."