रायपुर: वैसे तो रक्षाबंधन पर रेशम के धागे से बनी परंपरागत राखियों का ही चलन है. ऐसी मान्यता है कि रेशम की डोर से बनी ये राखियां भाई-बहन के प्रेम को और अधिक गहरा और मजबूत बनाती हैं. यह त्योहार हर क्षेत्र और धर्म के लोग मनाते हैं. वहीं बदलते समय के साथ साथ परंपराओं में भी कुछ बदलाव हुए और राखियों का भी अंदाज बदल गया. इस बार रक्षाबंधन पर सोने-चांदी और हीरे की राखियां भी सराफा बाजार में मौजूद (sarafa market illuminated with gold and silver rakhis) हैं. सराफा बाजार में इन सोने और चांदी से बनी राखियों को काफी रिस्पांस मिल रहा है. कल गुरुवार को रक्षाबंधन (Rakshabandhan 2022) का पावन पर्व पूरे देश भर में मनाया जाएगा.
रक्षाबंधन 2022: सोना चांदी की राखियों से रौशन हुआ रायपुर सराफा बाजार, जानिए कीमतें
पूरे देश में रक्षाबंधन त्यौहार (raksha bandhan 2022) को लेकर उत्साह है. इस त्यौहार को खास बनाने के लिए परंपरागत राखियों के बाजार से लेकर सराफा बाजार तक में रंगबिरंगी और सोना चांदी की राखियां (sarafa market illuminated with gold and silver rakhis) मौजूद हैं.
राखियों से सजा बाजार: रक्षाबंधन को लेकर राखियों का बाजार भी सज गया है. बाजार में फैंसी राखियों के साथ ही समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए गोबर और धान की राखियां भी बाजार में देखी जा रही है. साथ ही सराफा बाजार में सोने और चांदी की राखियां अलग अलग डिजाइन और वजन के हिसाब से सस्ते व महंगे दामों की राखियां उपलब्ध हैं. रक्षाबंधन के इस पावन पर्व में बहन सोने चांदी और दूसरी राखियां भाइयों को बांधती है. तो भाई भी उन्हें रिटर्न गिफ्ट के तौर पर चांदी के सिक्के भी दे सकते हैं. जिसमें अलग-अलग तरह के डिजाइन बने होने के साथ ही भाई बहन के राखी बांधते हुए तस्वीरें भी छपी हुई है.
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भाई द्वारा बहन को रिटर्न गिफ्ट के रूप में चांदी के सिक्के देने का चलन:गुरुवार को होने वाले रक्षाबंधन त्योहार को देखते हुए राजधानी में पिछले 10 दिनों से फैंसी राखियों के साथ ही गोबर, कपड़े और धान की बनी हुई राखियों से बाजार सज गई है. इसके साथ ही बाजार में सोने और चांदी के राखियां भी मिल रही है. सराफा व्यापारी हरख मालू ने बताया कि "भाई-बहन के प्रेम का पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन में सोने और चाँदी की राखियों में भाई, मेरे भाई, ब्रदर, लॉर्ड ब्रदर लिखे हुए राखियां ज्वेलरी कि इन दुकानों में उपलब्ध है. सराफा बाजार में 1700 रुपए से लेकर 50 हजार रुपए तक की राखियां मौजूद हैं. लोग अपनी क्षमता के आधार पर सोने और चांदी की राखियों की खरीदी करते हैं. बहन भाई को राखी बांधती है, तो भाई भी उन्हें रिटर्न गिफ्ट के तौर पर चांदी के सिक्के भेंट करते हैं."
राखी के तौर पर खरीदे जा रहे चांदी के बने ब्रेसलेट:सराफा व्यापारी शिशिर जैन का कहना है कि "वैसे तो बाजार में फैंसी राखियों के साथ गोबर और दूसरी चीजों से बनी राखियां मौजूद हैं. लेकिन लोग अपनी क्षमता के आधार पर सोने और चांदी की राखियां भी रक्षाबंधन त्यौहार पर खरीदते हैं. इसकी भी डिमांड सराफा बाजार में देखने को मिल रही है. व्यापारी बताते हैं कि "सोने में लगभग 500 रुपए से लेकर 50 हजार रुपए तक और चांदी की राखियों में 1000 रुपए से लेकर 1200 रुपए तक की चांदी की राखियां भी दुकान में मौजूद है. कुछ बहनें फिल्मी दुनिया के शौकीन होने की वजह से सलमान खान की कलाई पर सजे ब्रेसलेट को भी राखी के तौर पर खरीद रही हैं."