सरगुजा: अंबिकापुर नगर निगम ने देश के पहले गार्बेज कैफे की शुरुआत कर दी है, जहां एक तरफ यह गार्बेज कैफे अपने आप में अनूठा और लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, तो वहीं यह योजना भी पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है.
दूसरे दिन भी गार्बेज कैफे को मिला अच्छा रिसपॉन्स ETV भारत की टीम गार्बेज कैफे के शुरू होने के दूसरे दिन जब वहां का हाल जानने पहुंची, तो पाया कि दो बच्चियां वहां एक किलो प्लास्टिक कचरा लेकर पहुंची और उसके बदले वहां बैठकर उन्होंने मसाला डोसे का स्वाद चखा.
गार्बेज कैफे जाती हुई दोनों बच्चियां दूसरे दिन भी मिला अच्छा रिसपॉन्स
पहले दिन 5 लोगों ने गार्बेज कैफे की योजना का लाभ लिया था. ETV भारत ने जब दूसरे दिन जाकर गार्बेज कैफे का हाल-चाल जाना तो स्व सहायता समूह की महिलाएं अपने काम में लगी हुई थीं और दूसरे दिन शाम 5 बजे तक 8 लोगों ने गार्बेज कैफे में भोजन किया.
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पैसे की जगह लिया जाता है प्लास्टिक
इस गार्बेज कैफे में खाने और नाश्ते की जगह पैसे नहीं बल्कि पॉलिथीन या प्लास्टिक देना होता है. लोग पॉलिथिन और प्लास्टिक लेकर आते हैं और उन्हें भरपेट भोजन मुफ्त में दिया जाता है. इस कैफे की शुरुआत बुधवार को प्रदेश के स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव ने की है. यहां एक किलो पॉलिथीन और प्लास्टिक पर खाना और आधा किलो पर नाश्ता दिया जाता है.
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लोग हो रहे हैं जागरूक
नगर निगम की इस योजना से लोगों में साफ-सफाई को लेकर जागरूकता बढ़ रही है. यहां सड़क से कचरा बीनने वाले ही नहीं बल्कि दूसरे क्षेत्र के लोग भी पॉलिथीन लेकर आ रहे हैं और मुफ्त में भोजन कर रहे हैं.