Ganesh Chaturthi Pandal On Chandrayaan 3 : चंद्रयान तीन के मॉडल पर रायपुर में गणेश उत्सव का पंडाल, चंद्रमिशन की दिखेगी झलक - भारत के सफल चंद्र मिशन
Ganesh Chaturthi Pandal On Chandrayaan 3: रायपुर में गणेश पूजा की तैयारियां जोरों से चल रही है. इस बार यहां के पंडाल को विशेष तौर पर अलग तरीके से बनाया जा रहा है.चंद्रयान तीन मिशन की सफलता को लेकर रायपुर में पंडाल तैयार किया जा रहा है. इस पंडाल के जरिए गणेशोत्सव में भारत के चंद्रमिशन की सफलता को दिखाया जाएगा. आइए जानते हैं कि कैसे इस पंडाल को तैयार किया जा रहा है. Chandrayaan 3 In Raipur Ganeshotsav Pandal
चंद्रयान तीन के मॉडल पर रायपुर में गणेश उत्सव का पंडाल
चंद्रयान तीन के मॉडल पर रायपुर में गणेश उत्सव का पंडाल
रायपुर: भारत के सफल चंद्र मिशन को कई तरीके से लोग सेलिब्रेट कर रहे हैं. अध्यात्म और पूजा पाठ में भी इसे अब शामिल किया जा रहा है. रायपुर में चंद्रयान तीन की तर्ज पर गणेश पूजा का पंडाल तैयार किया जा रहा है. जिसमें चंद्रयान मिशन की सॉफ्ट लैंडिंग को दर्शाया जाएगा. इसके लिए रायपुर में 120 फीट ऊंचा गणेशोत्सव पंडाल तैयार किया जा रहा है. जिसमें यह दिखाने की कोशिश होगी कि कैसे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान ने सॉफ्ट लैंडिंग की.
रायपुर के कालीबाड़ी में मनाया जा रहा पंडाल ( Lunar mission success) : रायपुर के गणेश उत्सव का यह पंडाल चंद्रयान 3 के मॉडल को आधार बनाकर तैयार किया जा रहा है. यह पंडाला कालीबाड़ी में स्थित है. यहां के गणेश उत्सव समिति और कारीगर चंद्रयान की थीम पर काम कर रहे हैं. चंद्रयान के मॉडल पर बनाया जा रहा यह पंडाल 120 फीट ऊंचा और 70 फीट चौड़ा है. रॉकेट की शक्ल में इस पंडाल को तैयार किया जा रहा है. जो बिल्कुल चंद्रयान तीन से मेल खाता है. इस आकर्षक पंडाल को बनाने में कोलकाता के तीस कारीगर दिन रात काम कर रहे हैं. पूरा पंडाल बांस से बनाया जा रहा है.
''इसमें हजारों बांस का इस्तेमाल किया गया है और इसके अलावा प्लाइवुड का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. हम इसे पूरा करके सौंप देंगे. समिति दो दिन पहले गणेश प्रतिमा की स्थापना करेगी. यह भव्य और आकर्षक पंडाल होगा. जिसकी चर्चा पूरे छत्तीसगढ़ में होगी.चंद्रयान-3 पंडाल में भगवान श्री गणपति जी की मूर्ति स्थापित की जानी है.मूर्ति की ऊंचाई 17 फीट होगी और चौड़ाई 26 फीट होगी. इस पंडाल के अंदर नौ ग्रहों का स्वरूप दिया जाएगा. इसमें एक आकर्षक झांकी की प्रस्तुति भी होगी. जिसमें चांद पर तिरंगा लहराते दिखेगा"-पंडाल के कारीगर
चंद्रयान तीन मिशन के बारे में जानिए: चंद्रयान तीन मिशन को 14 जुलाई को इसरो के श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया था. फिर 23 अगस्त को चंद्रयान तीन ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग की थी. उसके बाद से पूरी दुनिया में भारत के चंद्रमिशन की तारीफ हुई. नासा ने भी अपनी रिपोर्ट में इस चंद्रयान मिशन की तारीफ की है. चंद्रयान तीन की सफलता पर हर भारतीय को गर्व हो रहा है. पीएम मोदी ने इस सफलता के बाद इसरो के वैज्ञानिकों से मुलाकात की थी और उनका हौसला बढ़ाया था.