वीर बाल दिवस पर प्रदेश के चार बच्चे होंगे सम्मानित, सीएम विष्णुदेव साय देंगे पुरस्कार - छाया विश्वकर्मा
Four Children Of Chhattisgarh Honored वीर बाल दिवस के मौके पर छत्तीसगढ़ के चार वीर बालक बालिकाओं का सम्मान होना है. सीएम विष्णुदेव साय ने चारों वीरों को शुभकामनाएं दी हैं. VeerBalDiwas2023
वीर बाल दिवस पर प्रदेश के चार बच्चे होंगे सम्मानित
रायपुर :छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रीविष्णुदेव साय मंगलवार को वीर बाल दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी के कार्यक्रम में शिरकत करेंगे.जहां पर चार वीर बालक बालिकाओं का सम्मान किया जाएगा.ये बालक बालिकाओं ने अपनी वीरता का परिचय देकर जिंदगियां बचाने का काम किया है.इस दौरान सीएम विष्णुदेव साय ने बलिदानी साहिबजादों को याद भी किया.
सीएम विष्णुदेव साय ने दी शुभकामनाएं :सोशल मीडिया पर विष्णुदेव साय ने लिखा कि 'वीर बाल दिवस'पर श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के अमर बलिदानी साहिबजादों की वीरता को कोटि-कोटि नमन करता हूं देश और धर्म की रक्षा के लिए प्राणों को न्योछावर करने वाले, आपकी गौरव गाथा हमेशा सभी को प्रेरित करती रहेगी.
डिप्टी सीएम अरुण साव ने भी दी बधाई : वीर बाल दिवस के अवसर पर श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के चार साहिबजादों के महान बलिदान को कोटि-कोटि नमन.आज पूरा देश आदरणीय पीएम नरेंद्र मोदीजी की घोषणा पर इस दिन को "वीर बाल दिवस" के रूप में मना रहा है.
क्यों हो रहा है चारों बच्चों का सम्मान ? :छात्र अमर ज्योति जाहिरे ने पिकनिक के दौरान अपने दोस्त को डूबने से बचाया था. उन्हें साहिबजादा अजीत सिंह वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. वहीं छाया विश्वकर्मा ने पागल कुत्ते से अपनी बहन की जान बचाई थी. उन्हें साहिबजादा जुझार सिंह वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. जानवी राजपूत ने करंट की चपेट में आए अपने भाई की जान बचाई थी. उन्हें साहिबजादा जोरावर सिंह वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.वहीं भामेश्वरी निर्मलकर ने तालाब में डूबने से दो बालिकाओं को बचाया. उन्हें साहिबजादा फतेह सिंह वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.
क्या है वीर बाल दिवस पुरस्कार : देशभर सहित प्रदेशभर में 26 दिसंबर को गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों के सर्वोच्च बलिदान और साहस की स्मृति में वीर बाल दिवस मनाया जाता है.इस मौके पर वीरता का परिचय देने वाले बच्चों को सम्मानित किया जाता है. इस मौके पर उन वीर बच्चों का सम्मान किया जाता है. जिन्होंने जान की बाजी लगाकर अपने स्वजनों और मित्रों की जान बचाई है.