रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में नशे का कारोबार करने वालों की अब खैर नहीं. नशे के बढ़ते कारोबार पर रोक लगाने के लिए रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने नारकोटिक्स विंग का गठन किया है. इस टीम की कमान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम अभिषेक माहेश्वरी के कंधों पर सौंपी गई है. वहीं एक सीएसपी और दो टीआई समेत 8 सदस्यों को नारकोटिक्स सेल में शामिल किया गया है. रायपुर रेंज आईजी डॉक्टर आनंद छाबड़ा ने एक दिन पहले ही एसएसपी, सीएसपी समेत तमाम थाना प्रभारियों की बैठक ली थी. इस दौरान आईजी ने नारकोटिक्स विंग का गठन करने की बात भी कही थी. आईजी की बैठक के दूसरे दिन ही नारकोटिक्स सेल का गठन किया गया है.
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ऐसा है रायपुर नारकोटिक्स विंग का स्वरुप
रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल द्वारा नारकोटिक्स सेल में उरला सीएसपी विश्वदीप त्रिपाठी, साइबर प्रभारी गिरीश तिवारी, खमतराई थाना प्रभारी अश्वनी राठौर को शामिल किया गया है. इसके साथ ही प्रधान आरक्षक महेंद्र राजपूत, प्रधान आरक्षक सरफराज चिश्ती, आरक्षक प्रमोद बेहरा, आरक्षक आशीष राजपूत और आरक्षक राजकुमार देवांगन को भी इस टीम में रखा गया है. 8 सदस्यीय इस टीम की कमान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम अभिषेक महेश्वरी संभालेंगे. जो रायपुर में अवैध नशे के कारोबार पर नजर रखेंगे. साथ ही अवैध नशे के कारोबार पर शिकंजा कसेंगे.
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सीएम के निर्देश पर हुआ नारकोटिक्स विंग का गठन
राज्य में बढ़ते अवैध नशे के कारोबार को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने आईजी समेत सभी जिलों के एसपी की मीटिंग में गांजे की तस्करी पर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया था. जिसके बाद डीजीपी अशोक जुनेजा ने सीमावर्ती इलाकों में चेक पोस्ट बनाने की भी कवायद तेज कर दी थी. जानकारों की मानें तो रायपुर पुलिस द्वारा गठित किए गए नारकोटिक्स विंग से कहीं ना कहीं अवैध नशे के कारोबार पर लगाम कसा जा सकता है.