रायपुर:प्रदेश में एक के बाद एक हुई लगातार 6 हाथियों की मौतों के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति में मची हलचल अब भी शांत नहीं हुई है. हाथियों की मौत रोकने के लिए सरकार की ओर से योजनाबद्ध तरीके से काम करने अधिकारियों ने कार्ययोजना तैयार कर ली है, और इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित भी किया है, लेकिन अब तक अधिकारी इसे लेकर कोई अच्छी और कारगर योजना नहीं बना सके हैं.
हाथियों को कंट्रोल करने विदेशों से आएंगे एक्सपर्ट
इस बीच सूचना आ रही है कि हाथियों और इंसानों के बीच लंबे समय से चल रहे द्वंद को खत्म करने सरकार विदेशों से एक्सपर्ट बुलाने की तैयारी में है. उनकी सलाह और सुझाव के आधार पर ही आगामी दिनों में राज्य सरकार हाथियों से निपटने की रणनीति बनाएगी. इससे हाथियों और इंसानों की मौत को रोका जा सकेगा और ग्रामीणों को कम से कम नुकसान पहुंचेगा. वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने ETV भारत को बताया कि हाथियों के उत्पात को रोकने के लिए प्रशिक्षित हाथियों को लाया गया है, लेकिन हाथी एक जगह नहीं रुकते हैं. इसलिए उन्हें नियंत्रित करने में दिक्कत आ रही है. ऐसे में हाथियों को रोकने के लिए भारत सहित विदेशों से एक्सपर्ट बुलाए जा रहे हैं उनके सुझाव के जरिए इन हाथियों से निपटने योजना बनाई जाएगी.
पढ़ें:संकट में गजराज: 10 दिन में 6 हाथियों ने गंवाई जान, मौत के कारण से विभाग अनजान
'हाथियों के साथ सेल्फी बनी बड़ी मुसीबत'
हाथियों के कारण हो रही इंसानों की मौत को लेकर वन मंत्री मोहम्मद अकबर का कहना है कि सबसे बड़ी समस्या सेल्फी है. जब हाथी सामने आता है तो लोग मोबाइल लेकर दौड़ जाते हैं और सेल्फी लेने लगते हैं. इस वजह से भी दुर्घटनाएं हो रही है. दरअसल ग्रामीणों को हाथियों के गांव में प्रवेश करने पर उनकी सुरक्षा के लिए अलर्ट किया जाता है. इसके लिए अन्य संसाधनों सहित मोबाइल ऐप का भी इस्तेमाल किया जाता है. ताकि ग्रामीणों को हाथी के आने की सूचना मिल सके और वे सुरक्षित जगह पर जा सकें, लेकिन सूचना मिलने के बाद लोग वहां से सुरक्षित जगह नहीं जाते हैं बल्कि कई लोग सेल्फी लेने लगते हैं. वन मंत्री ने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए भी योजना बनाई जा रही है.