रायपुर:राजधानी में 9 अप्रैल से 19 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा हुआ है. जिले में कोरोना से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. हर रोज यहां कोरोना मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. गुरुवार को 3438 नए मरीज मिले हैं. इसके साथ ही 60 लोगों की मौत भी हुई है. लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद भूखे न सोएं इसके लिए कई समाजसेवी संगठन सक्रिय हो गए हैं. रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड भी समाजसेवी संस्थाओं और NGO के साथ मिलकर जरूरतमंदों और गरीबों तक खाना पहुंचा रहा है.
रोजाना 5000 खाने के पैकेट
रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के PRO आशीष मिश्रा ने बताया कि लॉकडाउन लगने के बाद सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाने की व्यवस्था बनाई गई है. रोजाना सुबह और शाम 5 हजार खाने के पैकेट लोगों को बांटे जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि सामाजिक संगठनों द्वारा शहर के अलग-अलग इलाकों में भोजन की व्यवस्था की जा रही है. जिनमें सड़कों में रहने वाले, मानसिक रूप से विक्षिप्त लोगों को भी भोजन पहुंचाया जा रहा है. इसके अलावा रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, अस्पतालों में मरीजों के परिजनों को भोजन पहुंचाने का काम किया जा रहा है.
सेफ्टी के साथ तैयार किया जा रहा भोजन
सामाजिक संगठनों की तरफ से साफ-सफाई के साथ भोजन तैयार करवाया जा रहा है. कई सामाजिक संगठन खुद खाना बना कर लोगों को भोजन के पैकेट दे रहे हैं. कुकिंग के दौरान कोरोना गाइडलाइंस का पालन और पूरी सेफ्टी बरती जा रही है.
पिछले साल से ली सीख
साल 2020 जैसी स्थिति एक बार फिर सामने आ गई है. सामाजिक संगठनों का कहना है कि पिछले साल भी उन्होंने काफी प्रवासी मजदूरों में खाना बांटा था. उसी एक्सपीरियंस के साथ इस साल भी जरूरतमंदों को खाना बांटा जा रहा है. उनका कहना है कि उनकी पूरी कोशिश है कि रायपुर में कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे.