रायपुर: राजधानी रायपुर में गरीबों और जरूरतमंदों के लिए लाखों रुपए खर्च कर नेकी की दीवार बनाई गई थी. मुख्यमंत्री निवास से लगे भगत सिंह चौक और अनुपम गार्डन के पास यह दीवार थी. इस दीवार पर लोग जरूरतमंदों के लिए पुराने कपड़े या जरुरी समान लटका कर चले जाते थे. ताकि जरूरतमंद या गरीब तबके के लोग इसका सही उपयोग कर सकें. लेकिन इन दोनों दीवारों में अचानक आग लग गई.
आगजनी की घटना से दीवार पूरी तरह जलकर खाक हो गया है. महीनों बीत गए, लेकिन अब तक यह दीवार दोबारा तैयार नहीं किया जा सका है. जिसका खामियाजा जरूरतमंद लोगों को भुगतना पड़ रहा है. इस मामले में भाजपा कांग्रेस आमने-सामने हैं. मामले में सियासत के साथ आरोप-प्रत्यारोप का दौरा जारी (Politics on Fire in Neki ki diwar in Raipur ) है.
आगजनी के बाद से अब तक नहीं हुआ तैयार:निगम और स्मार्ट सिटी की मदद से अनुपम गार्डन और मुख्यमंत्री निवास के पास नेकी की दीवार बनाई गई थी. दीवार बनने के बाद निगम और स्मार्ट सिटी की ओर से इसका जमकर प्रचार-प्रसार किया गया. लेकिन आगजनी का शिकार हुए इस दीवार को दोबारा तैयार नहीं किया जा सका है. अब नेकी की दीवार को लेकर नगर निगम में सियासत तेज हो गई है. नगर निगम के उपनेता प्रतिपक्ष मनोज वर्मा ने आरोप लगाया है कि "सीएम हाउस और अनुपम गार्डन के पास की नेकी की दीवार दो तीन दिनों के अंतराल में जल जाती है. सीएम हाउस के पास की दीवार को हटाकर समतल कर दिया गया है. अनुपम गार्डन के पास स्थित दीवार के पीछे एक बड़ा रेस्टोरेंट हैं. मुझे साजिश लगती है कि यहां के दीवार को जानबूझकर जलाया गया है. क्योंकि उसका रेस्टोरेंट दीवार से ढ़क रहा था. हमने जब विरोध किया तो दोबारा बनाने की बात कही गई, लेकिन अब तक नहीं बना. आगजनी की घटना का पुलिस ने जांच भी नहीं किया है. इस दीवार के न होने से जरूरत मंदों को काफी नुकसान हो रहा है".