रायपुर: आखिरकार लंबे इंतजार के बाद फिल्म उद्योग (film industry) से जुड़े लोगों की छत्तीसगढ़ फिल्म नीति की मांग (demand for chhattisgarh film policy) को भूपेश सरकार ने मान लिया है. छत्तीसगढ़ फिल्म नीति को भूपेश कैबिनेट (Bhupesh Cabinet) की मंजूरी मिल गई है. इसे मंजूरी मिलने के बाद अब इस फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों ने राहत की सांस ली है. सभी ने एक स्वर में इस नीति को मंजूरी मिलने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) और संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत (Culture Minister Amarjit Bhagat) को बधाई दी है. लेकिन इस दौरान उनका यह भी कहना है कि यह फिल्म नीति सिर्फ कागजों तक सिमट कर ना रह जाए, इसका क्रियान्वयन सही तरीके से होना चाहिए. तभी यह फिल्म नीति कारगर साबित होगी और इसका लाभ छत्तीसगढ़ के कलाकार सहित फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों को मिलेगा.
इस नई फिल्म नीति के तहत छत्तीसगढ़ में फिल्म धारावाहिक बनाने से लेकर सिनेमाघर खोलने तक सरकार भारी भरकम सब्सिडी देगी. भूपेश सरकार के द्वारा सात राज्यों की फिल्म नीतियों का अध्ययन किया गया और उसके बाद छत्तीसगढ़ फिल्म नीति (chhattisgarh film policy) बनाई गई है. संभावना जताई जा रही है कि इस नीति के बनने के बाद अब प्रदेश में फिल्म निर्माण के लिए निर्माता निर्देशक रुचि दिखाएंगे, साथ ही यहां के कलाकारों को एक नया आयाम मिलेगा. उन्हें रोजगार मिलेगा उन्हें अपनी कला प्रदर्शित करने का मौका मिलेगा.
जानकारी के मुताबिक नई फिल्म नीति में अगर किसी ओटीटी फिल्म (OTT film) को 75% शूटिंग छत्तीसगढ़ में होती है, तो सरकार ने इसके लिए एक करोड़ रुपए की सब्सिडी (One crore subsidy) देने की योजना बनाई है. वहीं फिल्म निर्माण में राज्य के कलाकारों को मौका देने पर 25 लाख रुपए देगी.
छत्तीसगढ़ में शूटिंग के लिए मिलेगी सब्सिडी
नई फिल्म नीति (new film policy) बनने के बाद सरकार द्वारा भारी भरकम सब्सिडी दिए जाने का ऐलान किया गया है. जिसके तहत छत्तीसगढ़ी फिल्मों को 33% सब्सिडी सरकार की ओर से दी जाएगी. इसी प्रकार गैर भाषीय फिल्मों (non lingual films) के लिए सरकार 25% की सब्सिडी देगी बॉलीवुड, हॉलीवुड की फिल्मों (hollywood movies) के लिए भी राज्य सरकार के द्वारा 25% की सब्सिडी दी जाएगी. इसके अलावा टीवी-धारावाहिक के लिए 50 लाख तक की सब्सिडी दिए जाने की योजना है. उदाहरण के तौर पर यदि किसी फिल्म को बनाने के लिए एक करोड़ रुपए खर्च होते हैं तो उसका 33% यानी 33 लाख राज्य सरकार (State government) वहन करेगी.
इस फिल्म नीति से कहीं ना कहीं सिनेमाघरों के पुनर्जीवित होने की भी संभावना है. छत्तीसगढ़ में कोरोना काल में सिंगल स्क्रीन, सिनेमा हॉल लगभग बंद हो चुके हैं, लेकिन सरकार के इस निर्णय के बाद वे पुनः जीवित हो सकते हैं, इसी तरह नए सिंगल स्क्रीन, सिनेमा हॉल खोलने के लिए 15 लाख ओर मल्टीप्लेक्स के लिए 50 लाख रुपए सहायता देने का प्रावधान है, पुराने बंद पड़े सिनेमा हॉल को रिनोवेट करने के लिए 10 लाख की सब्सिडी मिलेगी. संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के संचालक विवेक आचार्य की मानें तो राज्य में पहली बार फिल्म सिटी (film city) और ऑन पेपर स्वीकृति दी है. जगह का चयन निर्माण भी प्लानिंग में है.