धरसीवां/रायपुर:छत्तीसगढ़ में बरसात ने किसानों की कमर इस कदर तोड़ दी है कि किसानों को करोना के साथ-साथ बाढ़ की स्थिति भी झेलनी पड़ रही हैं.धरसीवां क्षेत्र के मुरेठी गांव में खारून नदी का एनीकट नहीं खोले जाने के कारण गांव में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है. हालात ये है कि करीब 40 एकड़ फसल भी बरबाद हो गई है.
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बारिश के बाद बाढ़ की स्थिति
लगातार बारिश के बाद राजधानी से लगे कई गांवों में काफी नुकसान हुआ है. धरसीवां में भी पूरे क्षेत्र में पानी भर गया है. जिससे किसानों को काफी मुसीबत झेलनी पड़ रही है. कई गांवों की फसल पूरी तरह पानी में डूब चुकी है.आसपास गांव में घर और खेत खलियान में बाढ़ का पानी घुस गया है. ऐसे ही स्थिति लगभग प्रदेश के कई स्थानों में बनी हुई है. जिससे पहले से ही आर्थिक स्थिति से जूझ रहे किसानों को आगे की चिंता सताने लगी है.
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'किसानों की मदद करे सरकार'
किसान जहां शासन प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे है तो वहीं शिवसेना नेता परमानंद वर्मा ने कहा कि किसान करोना के साथ-साथ बाढ़ से प्रभावित है साथ ही साथ किसानों को बीमा का लाभ भी प्राप्त नहीं हुआ है ऐसे में परमानंद वर्मा शिवसेना के स्थानीय नेता का कहना है कि राज्य सरकार व केंद्र सरकार के द्वारा किसानों के हित में जो भी बन सकता है उनको मुआवजे के रूप में प्रदान करें और किसानों को राहत दे.