रायपुर: कोरोना संकट और लॉकडाउन ने किसानों की कमर तोड़ दी है. अन्नदाता पहले से ही परेशान चल रहे थे. इस बीच प्रशासन की तरफ से खेत-खलिहान में गौठान निर्माण के लिए तोड़-फोड़ शुरू हो गई है. प्रशासन की इस कार्रवाई से किसान परेशान हैं. किसानों ने कृषि मंत्री से खलिहान में हो रही तोड़फोड़ को रोकने की मांग की है. किसानों का कहना है कि हमारी फसल कुछ ही दिनों में पक कर तैयार होने वाली है. अब उसे रखने के लिए हमारे पास ब्यारा ही मुख्य जगह है. जिसे गौठान निर्माण के नाम पर तोड़ा जा रहा है. ऐसे में हमारे पास अपनी फसल को रखने और मिंजाई के लिए संकट पैदा हो जाएगा. अगर ब्यारा टूट गया तो फसल के रख रखाव में बड़ी समस्या आएगी.
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किसानों ने नगर पालिका पर लगाए गंभीर आरोप
किसानों के प्रतिनिधि निश्चय वाजपेयी की अगुवाई में परसदा और कुम्हारी के किसानों ने कृषि मंत्री से मुलाकात कर इस कार्रवाई को रोकने की मांग की है. नगर पालिका की टीम पर किसानों ने गंभीर आरोप लगाए हैं. किसानों का कहना है कि गौठान निर्माण के नाम पर ऐसे खलिहानों में तोड़फोड़ की जा रही है. जहां पहले ही गौठान बना हुआ है. इस तरह की कार्रवाई जायज नहीं है.
सरकार से की मदद की मांग
कुम्हारी नगर पालिका के अंतर्गत आने वाले ग्राम परसदा में किसानों के खलिहानों को तोड़ दिया गया है. किसानों ने कहा है कि वे 50 सालों से यहां निवास कर रहे हैं और जिस जगह पर तोड़फोड़ की जा रही है. वहां पर मिंजाई और फसल रखने का काम किया जाता रहा है. कृषि मंत्री रविंद्र चौबे से मुलाकात कर किसानों ने नगर पालिका की टीम और प्रशासन पर आरोप लगाया है कि इस कार्रवाई से पहले उन्हें किसी प्रकार की सूचना नहीं दी गई. वर्षों से गांव में रहकर जीवन यापन कर रहे किसानों को अब उनके ही जमीन से बेदखल किया जा रहा है.