रायपुर / हैदराबाद : फाल्गुन मास का मन में जिक्र आते ही सबसे पहले जिस त्यौहार का नाम जेहन में आता है वो है होली या फाग.भारत देश में फाल्गुन के माह में आने वाले दो त्योहार महाशिवरात्रि और होली ही हैं. फाल्गुन मास हिंदू वर्ष का आखिरी महीना होता है. इस माह की पूर्णिमा को फाल्गुनी नक्षत्र होने के कारण इस महीने का नाम फाल्गुन पड़ा है.हिंदू पंचांग के अंतिम माह को आनंद और उल्लास का महीना भी कहा जाता है. इस माह से ठंडी की विदाई और गर्मी की शुरुआत होने लगती है. फाल्गुन माह में कई शुभ कार्यों की शुरुआत भी की जाती है.
भक्ति भाव के लिए पवित्र महीना : साल में सभी दिन देवी-देवताओं की उपासना के लिए शुभ माने गए हैं. लेकिन कुछ महीने ऐसे हैं जिसमें भगवान की विशेष आराधना और पूजा पाठ की जाती है. रोगों से मुक्ति पाने के लिए हिंदू माह के इस महीने को सबसे उपयुक्त माना गया है. मान्यता है कि फाल्गुन महीने में विशेष पूजन से जातक को लाभ की प्राप्ति होती है. फाल्गुन मास का महीना शिव और लक्ष्मी को प्रसन्न करने वाला महीना माना जाता है. यदि इस माह ने आपने कुछ उपाय कर लिए तो मानिए कि आप पर सारी उम्र भगवान भोलेनाथ और माता लक्ष्मी की कृपा बनीं रहेगी. साल 2023 में फाल्गुन का महीना 6 फरवरी से शुरु होकर 7 मार्च तक रहेगा.
कैसे करें फाल्गुन में शिव और लक्ष्मी का पूजन :फाल्गुन मास में भगवान शिव को सफेद चंदन अर्पित करने से किसी भी जातक का स्वास्थ्य उत्तम रहता है. इसके अलावा मां लक्ष्मी की उपासना करने और उन्हें भक्तिभाव से चीजें अर्पण करने पर परिवार में आई आर्थिक परेशानियों को दूर किया जा सकता है.इसलिए कोई भी जातक जिसे शारीरिक और आर्थिक कष्ट हो वो फाल्गुन मास में अपनी मुसीबतों से छुटकारा पा सकता है.