रायपुर : छत्तीसगढ़ में मॉनसून जितना लोगों को सुकून दे रहा है. उतना ही किचन के बजट से गृहणियां परेशान हैं. क्योंकि पहले तो सिर्फ कड़ाही से टमाटर गायब हो रहा था.लेकिन अब लगता है सब्जियां भी कड़ाही से गायब हो जाएंगी. कीमतों के आधार पर, टमाटर पहले ही सब्जी मार्केट में डबल सेंचुरी के करीब जा चुका है. लेकिन दूसरी सब्जियों ने भी शतक बनाकर रिकॉर्ड कायम कर लिया है.
पांच सब्जियों ने खेली शतकीय पारी :सब्जी मार्केट में टमाटर सौ रुपए पार करके पिच पर टिका है. लेकिन अब उसके साथी फूल गोभी, शिमला मिर्च, बींस, अदरक, करेला जैसी सब्जियां आम आदमी की पहुंच से दूर हो रही है. इन सभी सब्जियों के दाम 100 रुपये से लेकर 350 रुपये प्रति किलो है. सब्जी मंडी के अध्यक्ष की माने तो स्थानीय स्तर पर सब्जी की आवक नहीं है. जिसके कारण सब्जी दूसरे राज्यों से मंगाई जा रही है. जिसके कारण सब्जियों के दाम में उछाल देखने को मिल रहा है.
पिछले 15 दिनों से अधिकांश सब्जियों के दाम 60 रुपये से लेकर 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए हैं. जिससे गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के थाली का स्वाद बिगड़ चुका है.उम्मीद जताई जा रही है कि अगस्त के प्रथम सप्ताह से सब्जियों के दाम में गिरावट आएगी. आने वाले समय में स्थानीय बाजारों से सब्जियों की आवक होने लगेगी और सब्जी के दाम कम होंगे.
"सब्जियों के दाम बढ़ने की वजह से पहले की तुलना में ग्राहक कम मात्रा में सब्जी की खरीदी कर रहे हैं. पहले ग्राहक टमाटर 2 से 3 किलो खरीदा करते थे, लेकिन दाम बढ़ने के बाद लोग आधा किलो टमाटर या फिर एक पाव टमाटर से काम चला रहे हैं." ग्राहक