रायपुर:छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार दो साल बीत जाने के बाद भी अब तक पूरी तरह निगम-मंडलों में नियुक्ति नहीं कर पाई है. यही वजह है पार्टी में घमासान मचा हुआ है. इस मुद्दे को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमला बोल रही है
दो साल बाद भी निगम-मंडलों में खाली पड़े हैं पद कांग्रेस व्यक्ति आधारित पार्टी
निगम मंडलों में नियुक्तियों में हो रही देरी को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. बीजेपी प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा है कि कांग्रेस संगठनात्मक पार्टी नहीं है बल्कि नेता आधारित पार्टी है और यही वजह कि अब तक निगम, मंडल और आयोगों में नियुक्ति नहीं कर पाई है.
नियुक्तियों को लेकर सीएम का विशेषाधिकार
कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने निगम-मंडलों में नियुक्तियों में हो रही देरी को लेकर कहा कि कांग्रेस में सभी से राय मशविरा लेकर निर्णय लिया जाता है. इसलिए देरी हो रही है. उन्होंने कहा कि सीएम को विशेषाधिकार है कि किसकी नियुक्ति कहां करना है.
बहुप्रतिक्षित तीसरी सूची का इंतजार
सरकार ने पूर्व में जारी पहली सूची में 38 नेताओं को निगम, मंडल, आयोग और प्राधिकरणों का अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्य नियुक्त किया था. वहीं दूसरी सूची में 32 नेताओं को आयोग, निगम और मंडलों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों के पदों पर बैठाया गया था. प्रतिक्षित तीसरी सूची में तीन दर्जन से ज्यादा निगम, मंडल और आयोग में घोषणा होना बाकी है.
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दो साल में कांग्रेस ने पूरे नहीं किए वादे
कांग्रेस सरकार को छत्तीसगढ़ में दो साल पूरे होने जा रहे हैं. बीजेपी ने कहा है कि कांग्रेस ने चुनाव के पहले जो वादे किए थे उसे अब तक पूरा नहीं किया है. बीजेपी प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि शराबबंदी, बेरोजगारी, नियमितीकरण समेत किसान के मुद्दों को लेकर जो वादे किए थे, वो अब तक पूरे नहीं हो पाए हैं.
बीजेपी पहले अपने 15 सालों के कार्यकाल का दे हिसाब
बीजेपी के आरोपों को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में 36 वादे किए गए थे, जिसमें से 28 वादे 2 साल में ही पूरे कर दिए हैं और जो बचे हैं वो उसे भी जल्द पूरा कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस बीजेपी की तरह नहीं है जो 2003 में किए गए वादों को 15 साल बाद भी पूरा नहीं कर पाई.