रायपुर : छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार को लगभग डेढ़ साल पूरे होने को है. वहीं युवाओं का मानना है कि अब तक कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में बेरोजगारी को लेकर कोई भी महत्वपूर्ण कदम नहीं उठाया हैं. लॉकडाउन की वजह से प्रदेश के कई लोग अपनी नौकरियां गवां चुके हैं. वही बेरोजगारी का आलम यह है कि लॉकडाउन के दौरान जॉब ना होने की वजह से युवाओं को रहने खाने पीने के लिए दिक्कतें हो रही थी.
बेरोजगारी के मुद्दे पर युवाओं से ETV भारत की बातचीत सोमवार को एक बेरोजगार युवक मुख्यमंत्री निवास पर मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचा जहां उसे मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया गया जिसके बाद युवक ने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह की कोशिश की, जिसको लेकर अब लगातार बीजेपी पार्टी कांग्रेस सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है. ETV भारत ने इस मुद्दे पर युवाओं से बातचीत की है.
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युवाओं का कहना है कि जिस तरह से आज छत्तीसगढ़ के युवा दर-दर भटक रहे हैं इसका जिम्मेदार सिर्फ छत्तीसगढ़ सरकार है. आज छत्तीसगढ़ सरकार को लगभग डेढ़ साल हो रहे हैं. सत्ता में आने के लिए सरकार ने युवाओं के साथ छल किया है, सरकार ने युवाओं से बेरोजगारी को लेकर वोट वसूलने के लिए काफी वादे किए थे लेकिन आज डेढ़ साल के बाद जमीनी स्तर पर सब शून्य है.
युवाओं ने कहा सीएम को शर्म आनी चाहिए
युवाओं ने कहा कि जिस तरह से सीएम हाउस के सामने एक युवक ने आत्मदाह करने की कोशिश की, इस बात पर सीएम को शर्म आनी चाहिए और अगर इसी तरह से सरकार चलती रही तो लगता है इस बार भी युवा बेरोजगार का बेरोजगार ही रह जाएगा. युवाओं ने पूछा कि सरकार ने युवाओं से 2500 रुपये महीने बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही थी लेकिन आजतक युवाओं को कुछ नहीं मिला है.
युवाओं ने सरकार से सब इंस्पेक्टर भर्ती, शिक्षक भर्ती, असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के मामले को लेकर भी सवाल किए हैं. युवाओं ने कहा कि पुलिस भर्ती जो चंद दिनों में हो सकती थी,उसकी प्रकिया आज तक नहीं हो पाई.