रायपुर: गांव में स्वास्थ्य केंद्रों को बढ़ाए जाने की बात चल रही है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए निजीकरण को बढ़ावा दिए जाने की बात कही है. हालांकि इस मुद्दे पर स्वास्थ्य मंत्री ने अपनी असहमति जताई है. गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था का जायजा लेने ETV भारत राजधानी रायपुर के पास स्थित मंदिर हसौद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा. जिससे गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति देखकर संतुष्टि हुई.
अमूमन लोगों के दिमाग में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को लेकर एक धारणा बनी हुई है. उस पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अगर शहर से दूर गांव में हो तो लोगों की यही सोच रहती है कि वहां क्या सुविधाएं होंगी ? ना ही डॉक्टर मिलेंगे और ना ही साफ सफाई का ध्यान रखा जाएगा. लेकिन जब ETV भारत की टीम मंदिर हसौद प्राइमरी स्वास्थ्य केंद्र (Mandir Hasoud Primary Health Center) पहुंची, तो पाया कि ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाएं काफी ठीक है. यहां जांच करवाने के लिए काफी लोग स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे हुए है. स्वास्थ्य केंद्र में साफ-सफाई को लेकर भी खास ख्याल रखा जा रहा है. हमने स्वास्थ्य केंद्र को लेकर गांव वालों से भी बात की तो वे भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की सेवाओं से संतुष्ट नजर आए.
मेडिकल स्टाफ मरीजों का अच्छे से रख रहे ख्याल
मरीज हजेश्वरी भारद्वाज ने बताया कि 'वह अस्पताल में एडमिट है और यहां उनकी अच्छी देखभाल की जा रही है. डॉक्टर भी अच्छे हैं और हमसे बातचीत भी अच्छे तरीके से करते हैं'. इसके अलावा समय-समय पर डॉक्टर उनके पास आकर उनका हालचाल जानते हैं और खानपान को लेकर भी अच्छी तरीके से ख्याल रखा जा रहा है. किसी तरह की उन्हें कोई परेशानी नहीं है.
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सेवाएं दुरस्त
अपनी पत्नी को दिखाने आए ग्रामीण नवीन ढिबर ने बताया कि 'वह अपने पत्नी को दिखाने मंदिर हसौद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आए हैं. यहां पर अच्छी सुविधा है. व्यवस्था भी यहां अच्छी है. यहां डॉक्टर्स भी तुरंत मिल जाते हैं और काम भी जल्दी हो जाता है. पहले भी हम यहां पर आए हैं पहले भी अच्छे से काम होता था और अभी भी यहां पर अच्छे से काम होता है. डॉक्टर्स भी अच्छे से बात करते हैं. हमारी समस्या को सुनते हैं और समझते हैं'.
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मंदिर हसौद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हर महीने होती है 80 से 90 डिलीवरी
मंदिर हसौद प्राइमरी स्वास्थ्य केंद्र मेडिकल ऑफिसर डॉ विजयलक्ष्मी ने बताया कि 'मंदिर हसौद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 26 गांव के करीब 57 हजार पॉपुलेशन को कवर करता है. आसपास के गांव के लोग यहां आते हैं और यहां पर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से जुड़ी सारी सुविधाएं दी जाती है. बालक-बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण, वैक्सीन से जुड़ी सेवाएं भी यहां पर दी जाती है. इसके अलावा 80 से 100 महिलाओं की डिलीवरी हर महीने यहां पर की जाती है. फैमिली प्लानिंग, गर्भपात सुविधा भी यहां पर दी जाती है. हर महीने OPD में यहां पर 150 से 200 लोग आते हैं. IPD (inpatient department ) के मरीज भी यहां हर महीने 150 से 200 आते हैं.