रायपुर:जोगी परिवार (jogi family) के बेहद करीबी माने जाने वाले जेसीसीजे के मीडिया विभाग चेयरमैन इकबाल अहमद रिजवी (Iqbal Ahmed Rizvi) ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. रायपुर पहुंचे राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Rajya Sabha MP Digvijay Singh) ने कांग्रेसी गमछा पहनाकर उन्हें कांग्रेस में प्रवेश कराया. इस पूरे घटनाक्रम और उनकी कांग्रेस में वापसी पर ईटीवी भारत ने इकबाल अहमद रिजवी से खास बात की.
सवाल- लंबे समय तक आप जोगी परिवार के साथ बने रहे लेकिन आज आपने कांग्रेस प्रवेश किया है क्या कारण है?
जवाब -अजीत जोगी से मेरे संबंध पुराने हैं, जब वह रायपुर में कलेक्टर थे उस समय प्रथम नगर निगम का चुनाव हुआ था. उसमें कांग्रेस से मैने पार्षद चुनाव लड़ा और जीत कर आया. तब से उनसे मधुर संबंध बने हुए थे.जब अजीत जोगी ने कांग्रेस छोड़कर अपनी पार्टी बनाई उन्होंने मेरे बिना पूछे ही मुझे मीडिया विभाग का चेयरमैन बना दिया था. तब से उनके साथ जुड़ा हुआ था. लेकिन अलग-अलग पार्टियों के साथ भी मेरे संबंध अच्छे रहे. मैंने आज तक किसी भी व्यक्ति के खिलाफ अमर्यादित भाषा का प्रयोग कभी नहीं किया है. हमेशा की तरह आज मैं दिग्विजय सिंह से मिलने के लिए एयरपोर्ट गया था. आज वहां कुछ ऐसे सवाल मेरे मन में उठे. फिर मुझे ख्याल आया कि मुझे कांग्रेस में शामिल हो जाना चाहिए. दिग्विजय सिंह से मेरी बात हो रही थी. उन्होंने उसी समय मुझे कांग्रेसी पंजा छाप का तिरंगा गमछा पहनाया और उन्होंने घोषणा की कि आज से तुम कांग्रेसी हो गए.
उन्होंने कहा तुम्हारी घर वापसी हो गई. इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत, मंत्री रविंद्र चौबे, विधायक सत्यनारायण शर्मा और तमाम कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मौजूद थे. अब जो औपचारिकता है इसके लिए मैं विधिवत पार्टी के अध्यक्ष मोहन मरकाम को पत्र लिखूंगा. मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखूंगा. कई बार मैंने सीएम से मिलने का समय लिया लेकिन वहां किसी कारणवश समय नहीं मिल पाया. दिग्विजय सिंह से भी मेरे बेहद करीबी संबंध रहे हैं उन्होंने मेरे ऊपर काफी उपकार किए हैं.उन्होंने मध्य प्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम का मुझे अध्यक्ष बनाया. 1986 में उन्होंने राज्यसभा सदस्य के लिए मेरे लिए प्रयास भी किया था. लेकिन आखिरी समय में मेरा नाम कट गया यह भाग्य की बात है. वह जो संबंध चले आ रहे हैं वह आज भी कायम हैं.
सवाल:क्या आप कांग्रेस पार्टी में प्रवेश के लिए पत्र लिखेंगे.
जवाब: मैं पुराना कांग्रेसी हूं जो विधिवत प्रक्रिया है उसे अपनाना चाहिए. आज या कल में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम और सीएम भूपेश बघेल को पत्र लिखूंगा.
सवाल:किन कारणों से आपने जोगी कांग्रेस छोड़ी ?
जवाब- छोड़ने का कोई कारण नहीं है. मैं कभी भी किसी के खिलाफ नहीं बोलता. अजीत जोगी के निधन के बाद से थोड़ा सा मन उचाट हो गया था. इसलिए मैं घर से भी बहुत कम निकलता था. कोरोना काल आने के बाद 2 साल मैं घर से बाहर ही नहीं निकला. किसी पद में रहो तो पद के प्रति न्याय भी करना चाहिए. शुरू से मेरी मानसिकता सेकुलर रही है. मैं चाहता था कि घर वापसी कर लूं तो ज्यादा बेहतर और आज का दिन प्रकृति ने तय किया ऐसा मुझे लगता है.
सवाल-अजीत जोगी के निधन के बाद उनके करीबी लगातार पार्टी छोड़ रहे हैं. क्या नेतृत्व की क्षमता उनके बेटे और पत्नी में नहीं है?