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छत्तीसगढ़ में आज से कर्मचारियों की महा स्ट्राइक, लिपिक संघ हड़ताल से हुआ अलग - छत्तीसगढ़ में आज से कर्मचारियों का महा स्ट्राइक

Employees strike in Chhattisgarh on DA and HRA छत्तीसगढ़ में आज से सरकारी कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल है. महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा बढ़ाए जाने की मांग को लेकर हड़ताल की जा रही है. इस स्ट्राइक में छत्तीसगढ़ के करीब 96 कर्मचारी अधिकारी संगठन शामिल हो रहे हैं. हड़ताल की वजह से छत्तीसगढ़ के सरकारी दफ्तरों में कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो सकता है. वहीं रविवार देर शाम मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद लिपिक संघ ने अनिश्चितकालीन हड़ताल से अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं.

Clerical union meeting CM Bhupesh
लिपिक संघ सीएम भूपेश की मुलाकात

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Published : Aug 22, 2022, 7:55 AM IST

Updated : Aug 22, 2022, 12:07 PM IST

रायपुर: Employees strike in Chhattisgarh छत्तीसगढ़ में आज से राज्य सरकार के कर्मचारियों की महाड़ताल है. महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा बढ़ाए जाने की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों ने हड़ताल का ऐलान किया है. लगभग 5 लाख कर्मचारियों के इस अनिश्चितकालीन हड़ताल से सरकारी कामकाज बंद रहेगा. रविवार की देर शाम मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद लिपिक संघ ने अनिश्चितकालीन हड़ताल से अपने हाथ खींच लिए हैं. जानकारी के मुताबिक लिपिक संघ को सीएम ने आश्वासन दिया है कि उनकी मांगें पूरी कर ली जाएगी. जिसके बाद वह हड़ताल से अलग हो गए.

यह भी पढ़ें:छत्तीसगढ़ में कर्मचारियों की महाहड़ताल, सरकारी दफ्तरों में कामकाज रहेगा ठप

संविदा कर्मियों ने भी कर दी हड़ताल:वहीं सभी विभागों के संविदा कर्मियों ने भी हड़ताल की घोषणा कर दी है. अब तक सरकारी कर्मचारियों के हड़ताल पर होने पर संविदा कर्मियों की उपस्थिति में कामकाज होता रहता था. लेकिन संविदा कर्मियों के भी हड़ताल पर चले जाने से सरकारी कार्यालयों में कामकाज पूरी तरह ठप हो सकता है.

लिपिक संघ नहीं होगा हड़ताल में शामिल:रविवार की देर शाम मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद लिपिक संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल से पीछे हट गए हैं. मुख्यमंत्री ने लिपिक संघ को आश्वासन देते हुए कहा है कि वे जल्द ही मुख्य सचिव से बात कर उनकी मांग को पूरा करेंगे. जिसके बाद लिपिक संघ ने हड़ताल में शामिल न होने का फैसला लिया है.

क्यों हो रही है हड़ताल: सभी कर्मचारी केन्द्र के समान 34% महंगाई भत्ता, एरियर्स देने और सातवें वेतनमान के मुताबिक गृह भाड़ा भत्ता दिए जाने की प्रमुख मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. प्रदेश के लगभग पांच लाख कर्मचारी और अधिकारियों के साथ राज्य के न्यायायिक सेवा के कर्मचारी भी 23 जिलों में हड़ताल पर रहेंगे, जिसके कारण जिला न्यायालय बंद रहेगा.

राजधानी में बढ़ी पुलिस की चौकसी :छत्तीसगढ़ मेंकर्मचारियों की हड़ताल को मद्देनजर रखते हुए प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है. पुलिस मुख्यालय ने हड़ताली कर्मचारियों से निपटने के लिए अलग अलग जिलों से 40 अधिकारियों समेत भारी संख्या में पुलिस फोर्स को बुलाकर राजधानी में तैनात कर दिया है. जानकारी के अनुसार धरने को देखते हुए 2 IPS, 15 ASP समेत बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जा रही है.

Last Updated : Aug 22, 2022, 12:07 PM IST

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