रायपुर: पूरे देश में एक बार फिर कोरोना का प्रकोप देखने को मिल रहा है. देश में कोरोना की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है. प्रदेश में पिछले साल अप्रैल माह में लगे लॉकडाउन से व्यापारी वर्ग को काफी नुकसान पहुंचा था. ऐसे में एक बार फिर लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण ने शादी के सीजन में सर्राफा व्यपारियों की चिंता बढ़ा दी है. शादी का सीजन है और कई राज्यों में लॉकडाउन जैसे हालात देखने को मिल रहे हैं. ऐसे में अगर प्रदेश में एक बार फिर लॉकडाउन लगता है. तो सर्राफा व्यापारियों को काफी नुकसान झेलना पड़ेगा.
सर्राफा बाजार पर कोरोना का अस लॉकडाउन का असर सर्राफा बाजार पर पड़ेगा
ईटीवी भारत से सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष से इस विषय पर बात की. उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना रोकथाम के लिए जो भी गाइडलाइन जारी करेगी. हम उसका पालन करेंगे. लेकिन प्रशासन को भी चाहिए कि शादी सीजन में लॉकडाउन का निर्णय ना लिया जाए. अगर लॉकडाउन की नौबत आती है तो इसका सीधा असर सर्राफा बाजार पर पड़ेगा. इसके पहले भी डेढ़ साल तक कोरोना की वजह से बड़ी मुश्किल से सर्राफा व्यापार पटरी पर लौटी थी.
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सर्राफा व्यापारियों को मिलनी चाहिए छूट
सर्राफा एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण लाहोटी का कहना है कि कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में अगर प्रशासन लॉकडाउन लगा देती है तो हमारा अधिक नुकसान होगा.चूंकि शादी का सीजन है. ऐसे में सरकार को सर्राफा व्यापारियों को कुछ छूट देनी चाहिए.
पीक पर पहुंचा शादी का सीजन
सर्राफा व्यापारी तरुण कोचर कहते हैं कि आगामी दिनों में अगर लॉकडाउन लगा दिया जाता है. तो सर्राफा व्यापारियों को इससे काफी असर पड़ेगा.क्योंकि जनवरी से लेकर मार्च तक शादी ब्याह का सीजन रहता है. यही समय है जब सर्राफा व्यापार पूरे शबाब पर होता है. दुकानों में पूरी तरह से रौनक होती है. अगर इस तरह के हालात आने वाले समय में बनते हैं. तो इन दुकानों से ग्राहकों की रौनक गायब हो जाएगी.
कर्मचारियों पर पड़ेगा असर
पूरे प्रदेश में 5500 सर्राफा की छोटी-बड़ी दुकानें हैं. अकेले रायपुर में सर्राफा की छोटी-बड़ी मिलाकर लगभग 1500 दुकानें है. प्रदेश भर में सर्राफा दुकान में काम करने वाले कर्मचारी और स्टाफ की संख्या लगभग 12000 है. कारीगरी का काम करने वाले कारीगरों की संख्या पूरे प्रदेश में 2,000 है. ऐसे में अगर लॉकडाउन का असर सर्राफा व्यापार पर पड़ेगा. तो इन कर्मचारियों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.