रायपुर:प्रवर्तन निदेशालय ने शराब कारोबारी सुभाष शर्मा और उनकी कंपनियों से बैंक संबंधित धोखाधड़ी के मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत छापेमार कार्रवाई की है. आरोप है कि सुभाष शर्मा ने जालसाजी और धोखाधड़ी कर लोन और ओवरड्राफ्ट के रूप में बैकों से मोटी रकम ली है. सुभाष शर्मा और उनके सहयोगियों ने लोन के राशि से अपने 30 संस्थानों से अलग व्यवसाय के लिए काम किया जा रहा था.
शराब कारोबारी के ठिकानों पर ED का छापा
बैंक लोन धोखाधड़ी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने शराब कारोबारी सुभाष शर्मा और सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की है.
ED की छापामार कार्रवाई
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लगभग 100 करोड़ की लोन राशि गबन का मामला बताया जा रहा है. वहीं ED द्वारा रायपुर स्थित आठ ठिकानों और इंदौर स्थित एक ठिकाने पर रेड डाली गई. जिसमें लेन देन के विवरण, संपत्ति के दस्तावेज, पावर ऑफ अटॉर्नी आदि से संबंधित कागजात दस्तावेज जब्त किए गए हैं. साथ ही रेड के दौरान टीम ने 15 लाख रुपये नकद भी जब्त किए हैं. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.