रायपुर :8 सितंबर को विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता है. शिक्षा हमारा मूल आधार है. बिना शिक्षित इंसान के शिक्षित और सभ्य समाज की कल्पना भी नहीं की जा सकती. शिक्षित व्यक्ति ही शिक्षित समाज का निर्माण कर सकता है. शिक्षित समाज से ही शिक्षित राष्ट्र की परिकल्पना संभव है. बात अगर छत्तीसगढ़ की करें तो यहां का कुल साक्षरता प्रतिशत 71.04 है. इनमें पुरुषों का साक्षरता प्रतिशत 81.45, जबकि महिलाओं का 60.59 है. प्रदेश का दुर्ग जिला सबसे ज्यादा शिक्षित जिला है. यहां के लोगों का साक्षरता प्रतिशत 79.69 है. जबकि बीजापुर में सबसे कम साक्षर लोग हैं. बीजापुर का साक्षरता प्रतिशत 41.58 % है.
WORLD LITERACY DAY : दुर्ग छत्तीसगढ़ का सबसे पढ़ा-लिखा जिला, बीजापुर फिसड्डी
8 सितंबर को विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता है. छत्तीसगढ़ का दुर्ग जिला प्रदेश में सबसे ज्यादा पढ़ा-लिखा है, जबकि बीजापुर सबसे निचले पायदान पर है.
विश्व साक्षरता दिवस
10-19 वर्ष के 32 %, 15-24 साल के बच्चों का साक्षरता प्रतिशत 28
छत्तीसगढ़ में किशाेर और युवाओं की साक्षरता रिपोर्ट जारी की गई है. इस रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ में 10 से 19 वर्ष के किशोर 32 प्रतिशत साक्षर हैं. जबकि 15 से 24 साल के युवाओं का साक्षरता प्रतिशत 28 है. यह शैक्षणिक दृष्टिकोण से प्रदेश के लिए बेहद चिंताजनक है. बिना शिक्षा के स्तर तथा साक्षरता दर में वृद्धि के बेहतर और विकसित छत्तीसगढ़ की कल्पना करना बेमानी होगी.
छत्तीसगढ़ में शिक्षा के आंकड़े | कुल संख्या | प्रतिशत |
कुल साक्षर | 1,11,73,149 | 64.66 |
पुरुष | 67,11,395 | 77.38 |
स्त्री | 4 4,61,754 | 51.85 |