रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश के मुताबिक वन विभाग 6 जुलाई को प्रदेशभर में 'मुनगा' पौधरोपण का विशेष अभियान चलाएगा. इस अभियान के तहत प्रदेश के सभी शासकीय स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों और छात्रावास-आश्रमों में मुनगा के पौधे का रोपण किया जाएगा. यह अभियान कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने में अहम भूमिका निभाएगा.
राज्य शासन की ओर से संचालित इस महत्वपूर्ण अभियान में शासन-प्रशासन के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों और आम नागरिकों के सहयोग की अपील की गई है. इस महत्वपूर्ण कार्य को अभियान का रूप देने के लिए राज्यभर में एक ही तारीख यानी 6 जुलाई निर्धारित की गई है. जिससे कि लोग बढ़-चढ़कर पर्यावरण संरक्षण की इस योजना में हिस्सा ले सकें.
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पर्यावरण संरक्षण को मिलेगा बढ़ावा
मुनगा हमारी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है. राज्य के स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों और छात्रावास-आश्रमों में इसके रोपण से लोगों को आसानी से मुनगा मिल पाएगा. वहीं इन संस्थाओं के परिसरों में हरियाली के साथ पर्यावरण के संरक्षण और संवर्धन को भी बढ़ावा मिलेगा. इस संबंध में प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी ने अभियान को सफल बनाने के लिए सभी वनमंडलाधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं.
मुनगा के फायदे
राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि पौष्टिकता से भरपूर मुनगा को आयुर्वेद में महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है. यह डायबिटीज से लेकर कैंसर जैसी भयंकर बीमारियों तक के लिए चमत्कारी होता है. इसके साथ ही मुनगा मल्टीविटामिन से भरपूर होता है. इसकी पत्तियों में प्रोटीन के साथ-साथ विटामिन बी-6, विटामिन सी, विटामिन ए और विटामिन ई पाया जाता है. इतना ही नहीं बल्कि इसमें आयरन, मैगनिशियम, पोटेशियम और जिंक जैसे मिनरल भी पाए जाते हैं.