रायपुरः राजधानी के बीरगांव में एक बार फिर निजी अस्पताल में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. डॉक्टर ने बच्ची के इलाज में लापरवाही बरती और अजीबो-गरीब वजह बताकर 9 महीने की बच्ची का इलाज करने से मना कर दिया.
रिश्तेदार के बच्चे ने सोफा फाड़ दिया था इसलिए डॉक्टर ने दूसरी बच्ची का इलाज नहीं किया
डॉक्टर ने बच्ची के इलाज में लापरवाही बरती और अजीब वजह बताकर 9 महीने की बच्ची का इलाज करने से मना कर दिया.
9 महीने की बच्ची का इलाज करने से मना कर दिया
परिजन बुखार से पीड़ित बच्ची को इलाज के लिए बीरगांव के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ अलका पांडेय के पास लेकर गए थे. लेकिन डॉक्टर अलका पांडेय ने बच्ची का इलाज करने से मना कर दिया और बच्ची को कहीं दूसरे डॉक्टर को दिखाने की बात कही.
मामूली बात पर इलाज नहीं किया
- पीड़ित बच्ची के माता-पिता अक्सर बच्ची के इलाज के लिए डॉक्टर पांडेय के अस्पताल में जाते हैं.
- परिजनों का आरोप है कि 'इस बार बच्ची को तेज बुखार के कारण वो उसका इलाज कराने के लिए डॉक्टर के पास लेकर आए तो, डॉक्टर ने साधारण की बात को मुद्दा बनाकर इलाज करने से मना कर दिया'.
- परिजन ने बताया कि डॉक्टर ने ये कहकर इलाज से इनकार कर दिया कि, 'कुछ दिनों पहले पीड़ित के रिश्तेदार दूसरे बच्चे के इलाज के लिए हॉस्पिटल गए थे. इस दौरान बच्चे ने हॉस्पिटल में रखे सोफे को फाड़ दिया था और अब तक उन्होंने नया सोफा खरीद कर नहीं दिया है. इसलिए आपकी बच्ची और आपके रिश्तेदारों के बच्चों का इलाज नहीं कर सकती हूं'.
Last Updated : Aug 24, 2019, 3:10 PM IST