रायपुर:सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व होता है. इस दिन स्नान-दान के साथ भगवान शिव की पूजा करने का विधान (Significance of Somvati Amavasya) है. इस बार 30 मई को सोमवती अमावस्या है. इस दिन वट सावित्री का भी व्रत रखा जाएगा. सुहागिन महिलाएं इस दिन अपने पति के लंबे उम्र के लिए व्रत रखती है.
वट सावित्री को बरगदाही भी कहते हैं:शास्त्रों की मानें तो ज्येष्ठ मास में पड़ने वाली अमावस्या काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है. सोमवार को पड़ने के कारण इसे सोमवती अमावस्या के नाम से जाना जाता है. इसके साथ ही इस दिन वट सावित्री का व्रत रखने का विधान है. हिंदू धर्म में सोमवती अमावस्या का काफी अधिक महत्व है. इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए वट वृक्ष की पूजा करती हैं.वट सावित्री को बरगदाही नाम से भी जाना जाता है. माना जा रहा है कि इस बार की सोमवती अमावस्या काफी खास है. क्योंकि ये साल का आखिरी सोमवती अमावस्या है.