छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

धर्मांतरण की वजह से बस्तर में माहौल हुआ खराब, मंदिरों में बढ़ाई जाएगी पूजा: पूर्णेन्दु सक्सेना

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ छत्तीसगढ़ प्रांत के संघचालक डॉ पूर्णेन्दु सक्सेना ने बस्तर में हो रहे धर्मांतरण पर चिंता जताई है. उनका कहना है कि आने वाले दिनों में इसे रोकने के लिए रूपरेखा तैयार की जाएगी.

RSS Purnendu Saxena
पूर्णेन्दु सक्सेना आरएसएस

By

Published : Mar 18, 2023, 1:12 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ में कुछ सालों से धर्मांतरण बढ़ा है. छत्तीसगढ़ के दक्षिण क्षेत्र बस्तर में धर्मांतरण ज्यादा हो रहा है. जिसकी वजह से सामाजिक वैमनस्यता बढ़ी है. इसके लिए संघ लोगों को जागरूक कर रहा हैं. ये बातें छत्तीसगढ़ प्रांत के संघचालक डॉ पूर्णेन्दु सक्सेना ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही.

सक्सेना ने कहा " मंदिरों में पूजा अर्चना बढ़ाई जाएगी. हर शनिवार और मंगलवार आरती और हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा. इसके साथ ही महर्षि दयानंद सरस्वती की 220वी जन्म जयंती पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. महावीर स्वामी के निर्माण के 2550 साल और छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्यारोहण के 350 साल के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. जिनमें शिवाजी महाराज के स्मृति व उनके पराक्रम को संघ हिंदू साम्राज्य दिन उत्सव के रूप में मनाएगा. "

Amit shah: पीएम मोदी 2024 के चुनाव के बाद लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे : शाह

कोरोना आपदा के बाद संघ का काम बढ़ा:पूर्णेन्दु सक्सेना ने बताया कि "साल 2020 में आई कोरोना आपदा के बाद संघ का काम बढ़ा है. छत्तीसगढ़ में संघ के नए कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ रही है. रायपुर महानगर में सेवा के लिए 83 सेवा बस्ती चिन्हित किया गया है. जिनमें से 32 बस्तियों में सेवा का काम शुरू कर दिया गया है. प्रदेश के 33 जिलों में सेवा कार्य के लिए 147 सेवा बस्तियां चिन्हित की गई है. उनमें से 125 बस्तियों में सेवा कार्य शुरू कर दिया गया है. इन सेवा बस्तियों में संघ स्वयंसेवकों के संपर्क माध्यम से व समाज के सहयोग से अभावग्रस्त लोगों के बीच सेवाकार्य संचालित किया जा रहा है.

पूर्णेन्दु सक्सेना ने बताया कि "देश के हर भाग में संघ काम कर रहा है. 2025 में संघ अपना 100 साल पूरा करने जा रहा है. वर्तमान में संघ 71355 जगहों पर प्रत्यक्ष तौर पर काम कर रहा है. अगले 1 साल तक एक लाख जगहों तक पहुंचना संघ का लक्ष्य है. आगामी मई माह में संघ का औपचारिक प्रशिक्षण शुरू होगा. छत्तीसगढ़ में स्वावलंबी भारत अभियान के तहत युवाओं को रोजगार के माध्यम से जोड़ने का काम किया जाएगा. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ के 22 जिलों में रोजगार सृजन मौजूद हैं जहां वॉलिंटियर काम कर रहे हैं."

ABOUT THE AUTHOR

...view details