रायपुर : एम्स के डेंटल विभाग में करीब 20 लोगों की टीम काम कर रही है. इसमें पहले भी दंत रोग का इलाज किया जाता था. लेकिन साल 2013 में केवल दो डेंटल चेयर की व्यवस्था थी यानी कि बहुत अधिक मरीज लेकिन टीम कम थी मरीजों की संख्या बढ़ती देख एम्स में दंत चिकित्सा के लिए एक अलग से विभाग बनाया जिसका आज उद्घाटन किया गया. दंत चिकित्सा विभाग में 4 फैकल्टी हैं वहीं सीनियर रेजीडेंट की संख्या 5 है तो जूनियर रेजिडेंट की संख्या 10 है.
अब तक कितने हुए ऑपरेशन :ऑपरेशन की बात की जाए तो साल 2018 में 136 मरीज 19 में 185, 20 में 122, 21 में 254, 2022 में 236 मरीजों का ऑपरेशन किया गया था. मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती देख अस्पताल द्वारा डेंटल का एक अलग से डिपार्टमेंट बना दिया गया इससे उम्मीद जताई जा रही है कि अब जितने भी मरीज आएंगे उनका इलाज समय पर और जल्दी हो पाएगा क्योंकि व्यवस्थाएं और फैसिलिटी भी बढ़ा दी गई है.
14 डेंटल चेयर की शुरुआत :डिपार्टमेंट ऑफ डेंटिस्ट्री के हेड डाक्टर विराट गल्होत्रा ने ईटीवी भारत की टीम को बताया कि " 2013 से यह डेंटल डिपार्टमेंट शुरू हुआ है लेकिन 2020 में एक्सपेंशन और रिनोवेशन का अप्रूवल मिला है. जिस वजह से दो डेंटल चेयर की जगह 14 डेंटल चेयर लगाए गए हैं. इसका उद्घाटन मंत्री डॉ भारती प्रवीण पवार ने किया है.आज इनॉग्रेशन के बाद जो डेंटल चेयर लगी है वह फुल्ली फंक्शनल है. किसी भी डेंटल चेयर में इसकी लिंक से लेकर माइनर सर्जरी के प्रोसीजर हो सकते हैं. हमारे कार्य पास रोजाना 80 से 85 मरीजों का ओपीडी रहता है."
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ऑनलाइन पेमेंंट की भी है सुविधा :इसके अतिरिक्त डॉ प्रवीण पवार ने कहा कि यदि कोई पेशेंट जल्दबाजी में है तो वह एक्सरे या अन्य टेक्निकल टेस्ट का पेमेंट डिजिटल भी कर सकता है यानी कि डेंटल डिपार्टमेंट में क्यूआर की भी व्यवस्था की गई है यदि उसे उसे कैश पेमेंट करना हो तो वह कैश पेमेंट भी कर सकता है समय की महत्वता को देखते हुए अस्पताल में डिजिटलाइजेशन भी किया गया। डेंटल विभाग वाकई में काफी खूबसूरत तरीके से बनाया गया है.''