रायपुर: पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ रही कीमतों की वजह से आज सभी परेशान और हलकान हैं. पेट्रोल की बढ़ती कीमतों ने मध्यम और गरीब तबके के बजट पर काफी बुरा प्रभाव डाला है. वहीं इसका असर घरों तक खाना और जरूरी सामान पहुंचाने वाले डिलीवरी बॉयज पर भी पड़ा है. पेट्रोल की बढ़ी हुई कीमतों की वजह से उनकी कमाई का एक बहुत बड़ा हिस्सा पेट्रोल में चला जाता है. उसके बाद जो थोड़े रुपए बचते हैं, उससे घर चलाना मुश्किल हो गया है.
ETV भारत ने डिलीवरी बॉयज के साथ खास बातचीत कर उनकी समस्याएं जानने की कोशिश की है. हमारी टीम ने जाना कि पहले और अब में डिलीवरी बॉय की कमाई पर कितना प्रभाव पड़ा है? पहले यह डिलीवरी बॉय कितना पेट्रोल गाड़ी में डलवाते थे और अब बढ़ी हुई कीमतों के बीच उन्हें कितना पेट्रोल डलवाना पड़ रहा है, साथ ही उनकी कमाई पर इसका कितना अतिरिक्त बोझ पड़ा है.
दोगुना पेट्रोल डलवाने के बावजूद आय हुई आधी
ईटीवी भारत ने जब शहर के विभिन्न क्षेत्रों में खाने-पीने की चीज पहुंचाने वाले डिलीवरी बॉय से बात की. उन्होंने बताया कि पहले वे बाइक स्कूटर में 100-150 रुपए का पेट्रोल डलवाकर दिनभर में 500-600 रुपये कमा लिया करते थे, लेकिन अब 250 से 300 रुपये का पेट्रोल डालने के बाद भी उनकी कमाई उतनी ही है. ऐसे में उनके घर का चूल्हा मुश्किल से ही जल पाता है.
परिवार चलाने में हो रही परेशानी
डिलीवरी बॉय ने बताया कि उन्हें प्रत्येक किलोमीटर के हिसाब से पैसे दिए जाते हैं, जो 4 से 5 रुपये प्रति किलोमीटर होता है. वहीं पहले उन्हें कम दूरी की डिलीवरी के लिए कम से कम 35 रुपये मिलते थे, लेकिन अब मात्र 20 रुपये ही मिलते हैं. उन्होंने कहा कि पहले पेट्रोल के दाम 70-80 रुपए प्रति लीटर थे, जो अब 90-92 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं. ऐसे में उनकी कमाई का एक बहुत बड़ा हिस्सा पेट्रोल में चला जाता है. उसके बाद गाड़ी मेंटेनेंस ऑयल पर भी काफी बड़ी रकम खर्च होती है. इन सबके बाद जो राशि बचती है, उससे बड़ी मुश्किल से परिवार का खर्च चलता है.