रायपुर:सिलगेर गोलीकांड (Silger Movement and Shooting) को लेकरजनसंगठनों के एक प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात (Delegation met CM Bhupesh Baghel ) की है. प्रतिनिधि मंडल ने सिलगेर के पूरे विवाद के बारे में सीएम भूपेश बघेल से चर्चा भी की है. उन्होंने हाल के दिनों के हालातों के बारे में सीएम को बताया है.
सीएम ने किया आश्वस्त
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रतिनिधि मंडल को बताया की सिलगेर घटना की दण्डाधिकारी जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों की विकास से जुड़ी जरूरतों को पूरा करने के लिये राज्य सरकार तत्पर है. उन्होंने जनसंगठनों से आगे आकर राज्य सरकार के साथ विकास के काम में सहयोग करने की अपील की है.
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सिलगेर गांव का प्रतिनिधि मंडल भी करेगा सीएम से मुलाकात
प्रतिनिधि मंडल ने यह मांग रखी कि सिलगेर गांव का एक प्रतिनिधिमंडल भी मुख्यमंत्री बघेल से मिलना चाहता है. मुख्यमंत्री ने उनकी इस मांग पर सहमति व्यक्त की है. जल्द ही सिलगेर गांव का प्रतिनिधि मंडल सीएम से मुलाकात कर सकता है.
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कौन-कौन शामिल थे प्रतिनिधिमंडल में ?
सीएम से मिलने पहुंचे प्रतिनिधि मण्डल में मानवाधिकार कार्यकर्ता बेला भाटिया, छत्तीसगढ़ बचाव आंदोलन के संयोजक आलोक शुक्ला, छत्तीसगढ़ किसान सभा के अध्यक्ष संजय पराते और ट्रेड यूनियन संगठन एक्टू के महासचिव बिजेन्द्र तिवारी शामिल थे. इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सलाहकार रूचिर गर्ग, अपर मुख्य सचिव गृह विभाग सुब्रत साहू, विशेष पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा भी उपस्थित थे.
एक नजर में पूरा मामला समझें-
- सुकमा और बीजापुर जिले की सीमा पर स्थित सिलगेर गांव में ग्रामीण सीआरपीएफ कैंप बनाए जाने का विरोध कर रहे हैं.
- इस विरोध प्रदर्शन में सिलगेर गांव के साथ ही आसपास के कई गांव के ग्रामीण जुटे हुए हैं.
- फायरिंग में पुलिस के मुताबिक तीन नक्सलियों की मौत हुई है. एक गर्भवती महिला की मौत भी भगदड़ मचने से हुई.
- सुरक्षा बल के दबाव के बावजूद यहां से ग्रामीण हटने का नाम नहीं ले रहे हैं. पुलिस महकमे के अधिकारियों का दावा है कि नक्सलियों के उकसावे में ये ग्रामीण कैंप का विरोध कर रहे हैं.
- इस मामले में भाजपा और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने भी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए अपनी समिति गठित की थी. अब इस मामले में सरकार द्वारा अलग कमेटी बनाई गई है. फिलहाल मौके पर सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण डटे हुए हैं.
- कांग्रेस जांच समिति के साथ बैठक में गांववालों ने अपनी 7 मांगे सौंपी हैं. इस समिति के अध्यक्ष बस्तर सांसद दीपक बैज हैं.