रायपुर: छत्तीसगढ़ में पिछले महीने की तुलना में कोरोना वायरस से होने वाली मृत्यु दर में बढ़ोतरी हुई है. इसलिए अभी लापरवाही बरतना भारी साबित हो सकता है. सितंबर से जहां प्रतिदिन औसतन 22.66 लोगों की संक्रमण से जान गई, तो वहीं अक्टूबर में महज 10 दिनों में 32.54 की औसत में कोरोना वाययरस से संक्रमित लोगों ने दम तोड़ा है.
छत्तीसगढ़ में अक्टूबर महीने में मृत्यु दर में बढ़ोतरी छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार 18 मार्च को कोरोना का पहला केस छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मिला था. इस बीच मार्च से मई तक 492 संक्रमित मिले थे. वहीं एक की मौत हुई थी, लेकिन महीने बीते जाने के बाद महीने दर महीने संक्रमण की स्थिति भयावह होती गई. जून महीने में चौकाने वाले आंकड़े सामने आए, जिसमें कोरोना वायरस के 2 हजार 266 मरीज मिले. वहीं कोरोना वायरस से 12 लोगों का मौत हुई थी.
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6 हजार 342 संक्रमितों की पहचान की गई
वहीं जुलाई में कोरोना वायरस से 6 हजार 342 संक्रमितों की पहचान की गई. इनमें ले 41 लोगों की मौत हुई. इसी तरह अगस्त में 22 हजार 361 संक्रमित मिले, जिसमें 223 लोगों की मौत हुई. वहीं सितंबर में 82 हाजर 549 संक्रमित मिले, यानी 30 दिन में हर दिन 2751.61 मरीजों की पहचान की गई. कोरोना के भयावह रूप से 680 लोगों की मौतें हुई. यानी प्रत्येक दिन 22.66 लोगों की मौत हुई. वहीं 1 अक्टूबर से लेकर 24 अक्टूबर तक 58 हजार 978 मरीज मिले. जबकि 781 मौतें हुई, यानी कि 32.54 की औसत लोगों ने दम तोड़ा.
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सबसे ज्यादा मरीज होम आइसोलेशन से स्वस्थ हुए
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर के 24 दिनों में 58 हजार 978 संक्रमितों की पहचान की गई. इतने दिनों में मौतों के 781 मामले सामने आए. अब तक मिले कुल एक लाख 72 हजार 580 मरीजों में से 1 लाख 40 हजार 222 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. इसमें सबसे अधिक मरीज होम आइसोलेशन से स्वस्थ हुए हैं. सामान्य और कम लक्षण वाले मरीजों के लिए होम आइसोलेशन संजीवनी साबित हुई है.
लोगों से डॉक्टर की अपील
मामले में आईसीएमआर के सदस्य डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा कि इस दौरान भले ही प्रदेश में मरीजों की संख्या कम हुई हो, लेकिन मृत्युदर की स्थिति वैसी ही बनी हुई है. ऐसे में जरूरी है कि हम सभी सावधानियां रखें. सभी मास्क पहने और टेस्ट के लिए देरी न करें. इससे ही कोरोना को मात दिया जा सकता है.