रायपुर:छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने एक बार फिर गायों की मौत के मामले को लेकर राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. हाल ही में मुंगेली जिले के पथरिया में 17 गायों की मौत हुई है. इसके लिए कौशिक ने राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है.
मुंगेली में 17 से ज्यादा गायों की मौत के जिम्मेदार कौन: धरमलाल कौशिक - पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक
मुंगेली में 17 से ज्यादा बेजुबानों की मौत को लेकर बीजेपी नेता धरमलाल कौशिक ने राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.
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मुंगेली में गायों की मौत दुखद घटना:पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिकने कहा कि ''मुंगेली में 17 से अधिक गायों की मौत की घटना अत्यंत दुःखद है. यह केवल अकेली घटना नहीं है. गौ रक्षा की जाप जपने वाली कांग्रेस सरकार के शासनकाल में लगातार कई मवेशियों की मौत हो रही है. कहीं गौ तस्करों और माफियों का अत्याचार का मामला सामने आ रहा है. मवेशी तस्करों का अत्याचार इस कदर बढ़ चुका है कि बेजुबानों को भूखे-प्यासे, कीचड़ो में रखकर उन्हे तड़पाकर उन पर अत्याचार किया जा रहा है, जिससे उनकी मौत हो जा रही है.''
गौ माता की मौत पर चुप क्यों हैं सीएम भूपेश:कौशिक ने कहा कि '' हैवानियत की हदें पार करने वाले दोषियों पर क्रुर पशु अधिनियम के तहत कार्रवाई भूपेश बघेल सरकार को करनी चाहिए. गौ-रक्षा के नाम पर प्रदेश की जनता से झूठ कहने और छलने वाली कांग्रेस सरकार हजारों गौ-हत्या की जिम्मेदार है. प्रदेश की कांग्रेस सरकार गौ-माता के नाम पर तुच्छ राजनीति का खेल कर रही है, जिसे प्रदेश की जनता कभी माफ नहीं करेगी. प्रदेश की कांग्रेस सरकार केवल गौठन के गुणगान और गौ-रक्षा की हवा-हवाई बातें करती है, जबकि आलम यह है कि प्रदेश में लगातार पशु तस्कर एवं पशु माफिया पैर पसार रहे हैं.''
क्या है पूरा मामला:जानकारी के मुताबिक मवेशियों के खरीद-फरोख्त का कारोबार करने वाले छेदी उर्फ दरश गेंदले ने कई गायों को अपनी बाड़ी में बंद कर दिया. वहां कीचड़ था और चारे पानी का कोई इंतजाम नहीं था. इस पर भी वह व्यक्ति गायों को बिना चारा-पानी दिए ही अपने रिश्तेदार के यहां चला गया. इधर भूख-प्यास से तड़प रहे गाय और बछड़े मरने लगे. शनिवार को लोगों को इसका पता चला तो हंगामा मच गया. तुरंत प्रशासन को सूचना दी गई. अधिकारियों ने कीचड़ भरे बाड़ी से पहले तीन गायों का शव निकाला. कुछ देर बाद 17 और गायों का शव मिला.
बाद में कुछ और बीमार गायों ने दम तोड़ दिया. प्रशासन ने आनन-फानन में डॉक्टरों की टीम बुलाकर इलाज शुरू कराया. गायों के खाने-पीने का इंतजाम किया गया. अधिकारियों का कहना है कि जिस व्यक्ति छेदी राम की बाड़ी में गायें बंधी हुई थी, वह गायों की तस्करी के मामले में जेल भी जा चुका है. वह फरार है. पुलिस ने पशु क्रूरता कानून के तहत केस दर्ज किया है.