रायपुर:प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल मेकाहारा में अव्यवस्था और बदइंतजामी के रोजाना ही कई मामले सामने आ रहे हैं. मंगलवार को राजधानी से दिल दुखाने वाली तस्वीर सामने आई है. जिसने इसे देखा, उसकी रूह कांप गई. मरीज की मौत के बाद मेकाहारा अस्पताल ने शव ले जाने के लिए कोई गाड़ी नहीं दी, तो परिजन स्ट्रेचर पर ही लाश लेकर निकल गए. परिवारवाले स्ट्रेचर पर डेड बॉडी लेकर शास्त्री चौक तक पहुंचे. उसके बाद कार से शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया. हैरानी तब हुई जब अस्पताल को स्ट्रेचर की याद आई और एंबुलेंस भेजी गई. स्टाफ स्ट्रेचर एंबुलेंस में लेकर वापस लौट गया.
स्ट्रेचर पर शव लेकर सड़क पर निकले परिजन
मंगलवार को रायपुर के अंबेडकर अस्पताल में 55 साल की एक महिला की मौत हो गई. मृतक महिला का नाम नर्मदा था. पिछले कुछ दिनों से वह कोविड 19 आइसोलेशन वार्ड में इलाज करवा रही थी. पहले हुआ एंटीजन टेस्ट नेगेटिव आने के बाद 1 दिन पहले घर वालों ने RT PCR टेस्ट कराया था. उसकी भी रिपोर्ट नहीं आई और इधर नर्मदा की मौत हो गई.
जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने कोविड नियमों का हवाला देते हुए शव अपनी कस्टडी में रखने की बात कही. घरवालों का कहना था कि रिपोर्ट नेगेटिव आई है और दूसरे रिपोर्ट का कोई पता नहीं है. ऐसे में शव रखने के लिए दबाव क्यों बनाया जा रहा है. जिसके बाद हंगामा बढ़ गया. मौदहापारा थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. लेकिन मामला शांत नहीं हुआ. काफी देर परिजन शव ले जाने के लिए परेशान होते रहे. जब कोई रास्ता नहीं सूझा तो स्ट्रेचर पर ही शव लेकर परिजन निकल पड़े. इसी तरह शव को स्ट्रेचर पर शास्त्री चौक तक ले जाया गया.
रायपुर में ट्रक बने शव वाहन, मुक्तिधाम तक लाए जा रहे हैं शव
छत्तीसगढ़ में बद से बदतर हुए हालात
छत्तीसगढ़ में कोरोना से हालात बेकाबू हो गए हैं. एक तरफ श्मशान घाट में शवों के अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं मिल रही है तो वहीं दूसरी तरफ सब्जी मंडी में मृतकों का तर्पण किया जा रहा है. कहीं वाहन नहीं मिलने से शवों को कचरा उठाने वाली गाड़ी से अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा है.