रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में साइबर ठगी का हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जानकार इसे डिजिटल ठगी का नया पैंतरा बता रहे हैं. ठग अलग अलग तरीके से लोगों को अपने झांसे में लेकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं. उनमें यह मामला सबसे चौंकाने वाला है. रायपुर के पंडरी थाना अंतर्गत एक बुजुर्ग के खाते से 14 लाख रुपए की ठगी हो गई. यह ठगी कस्टमर केयर के नाम पर की गई है.
कस्टमर केयर का फर्जी नंबर देकर ठगी: ठगी करने वाले ने फेक कस्टमर केयर नंबर से ठगी की घटना को अंजाम दिया है. राजधानी में डिजिटल ठगी का यह कोई पहला मामला नहीं है. इसके पहले भी इस तरह के ठगी के कई मामले सामने आए हैं. बुजुर्ग के साथ इस तरह की धोखाधड़ी के बाद बुजुर्ग ने पंडरी थाने में अपने साथ हुई ठगी का रिपोर्ट दर्ज कराई है. पंडरी पुलिस ठगी का मामला दर्ज कर इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.
ठगी के मामले में क्या कहती है पुलिस:सिविल लाइन सीएसपी वीरेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि "पंडरी थाना अंतर्गत मोवा के अशोका हाइट्स में रहने वाले 65 वर्षीय सुदर्शन जैन के साथ डिजिटल ठगी की घटना हुई है. सुदर्शन जैन ने पुलिस को बताया कि इनका खाता आईसीआईसीआई और आईडीएफसी बैंक में है. पीड़ित के पास एक ओटीपी आया जबकि बुजुर्ग सुदर्शन जैन ने किसी भी सर्विस के लिए कोई अप्लाई नहीं किया था. उन्होंने अपने बैंक आईडीएफसी जाकर शिकायत की तब बैंक वालों ने फोन नंबर चेंज करने की सलाह दी."
बैंक खाते में मोबाइल नंबर बदलने का प्रयास करते वक्त हुई ठगी:सीएसपी वीरेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि" बैंक की सलाह पर बुजुर्ग ने बैंक खाते के लिए फोन नंबर बदलने की कोशिश करने लगा. जिसके बाद शुक्रवार को बुजुर्ग ने अपने पेटीएम में मोबाइल नंबर बदलने का प्रयास किया. उसके बाद गूगल पर जाकर उन्होंने कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया उन्हें 9643979797 नंबर मिला. इस नंबर पर बुजुर्ग ने कॉल किया तो फोन पर बात करने वाले फर्जी कस्टमर केयर कर्मचारी ने प्ले स्टोर से QS सपोर्ट ऐप डाउनलोड करने को कहा. ऐप को ओपन कर बुजुर्ग ने अपने पुराने और नए नंबर को मेंशन किया. जिसके बाद उनके अलग-अलग बैंक खाते से 14 लाख रुपए पार हो गए.""
ये भी पढ़ें: बिना ओटीपी पूछे ही खातों में हो रही सेंधमारी, आधार को करें लॉक, नहीं तो खाते से गायब हो जाएंगे पैसे
खाते से ऐसे पार हुए रुपये: बुजुर्ग के अलग-अलग बैंक खातों से 55 हज़ार 999 रुपये, 2 लाख 45 हज़ार रुपये, 1 लाख रुपए, 45 हज़ार 999 रुपये, 9 हज़ार 999 रुपये, 4 लाख 94 हज़ार 38 रुपये, 17 हजार 499 रुपये, 8 हज़ार 109 रुपये, 35 हज़ार 999 रुपये, 54 हज़ार 999 रुपये, 3 लाख 35 हज़ार रुपये. इस तरह से कुल 14 लाख 49 हज़ार 41 रुपये का ऑनलाइन ट्रांसफर कर लिया गया. बुजुर्ग ने तुरंत इसकी जानकारी राजधानी के सिविल लाइन स्थित साइबर सेल में दी.
जिसके बाद किसी तरह से बुजुर्ग के लगभग 4 लाख 9 हज़ार रुपए को साइबर सेल की तरफ से होल्ड कराया गया है. बावजूद इसके ठगों के पास अभी भी 10 लाख 4 हज़ार 41 रुपये है. ऐसे में पुलिस बैंक खातों के माध्यम से ठगी करने वाले ठगों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है. इस तरह की ठगी की घटनाएं रायपुर सहित छत्तीसगढ़ में बढ़ती जा रही है. एक बार फिर से इस तरह की ठगी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं.