रायपुर:संस्कृति विभाग की ओर से एक नई पहल की गई है. अब छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh)में फिल्मों की शूटिंग (film shooting) को निःशुल्क कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि ऐसा छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री (chhattisgarhi film industry) को बढ़ावा देने के लिए किया गया है. दरअसल, संस्कृति विभाग(culture department) ने मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, कोलकाता जैसी फिल्म इंडस्ट्री (film industry)के तरह ही छत्तीसगढ़ी इंडस्ट्री को स्थापित करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है.
छत्तीसगढ़ में फिल्मों की शूटिंग ज्यादातर फिल्म निर्माताओं को मिली राहत
बताया जा रहा है कि मौजूदा समय में ज्यादातर निर्माता निर्देशक अपनी फिल्मों की शूटिंग करने छत्तीसगढ़ आ सकें, इसलिए अब मुफ्त शूटिंग करने की इजाजत संस्कृति विभाग ने दी है. इससे पहले छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों पर शूटिंग करने के लिए हजारों लाखों रुपए खर्च होते थे, हालांकि अब फिल्म निर्माताओं को इस खर्चें से संस्कृति विभाग ने मुक्त कर दिया है.
घर बैठे मिलेगी अनुमति
अब देशभर के निर्माता निर्देशक अपनी फिल्में, वेब सीरीज, टीवी सीरियल की शूटिंग करने के लिए संस्कृति विभाग छत्तीसगढ़ की वेबसाइट पर घर बैठे ही अनुमति प्राप्त कर सकते हैं. वेबसाइट पर आवेदन देने के कुछ ही दिनों बाद स्वीकृति मिल जाएगी. हालांकि इससे पहले किसी भी फिल्म की शूटिंग करने के लिए अनुमति मिलने में महीनों लग जाते थे. अब आवेदन करने के कुछ दिनों बाद ही अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाएगा.
आसानी से अब लोग देख सकेंगे छत्तीसगढ़ का नजारा
दरअसल, छत्तीसगढ़ में अनेक पर्यटन केंद्र है, जो फिल्मों की शूटिंग के लिए बेहद खास माने जाते हैं. जबकि बस्तर और सरगुजा अपने आप में हसीन वादियों से लबरेज हैं. क्षेत्रीय राजाओं के राजमहल भी अपने आप में आकर्षक हैं. जिनके बारे में अन्य प्रदेशों के लोग नहीं जानते हैं. जब बाहरी निर्माता-निर्देशक छत्तीसगढ़ में आकर शूटिंग करेंगे तो उन फिल्मों, वेब सीरीजों के जरिए छत्तीसगढ़ की हरियाली खूबसूरती और ऐतिहासिक स्थलों का नजारा देशभर के लोग देख सकेंगे. इससे छत्तीसगढ़ आने के लिए पर्यटक प्रेरित होंगे और यहां के पर्यटन स्थलों के बारे में देश विदेश के लोग जान सकेंगे.
स्थानीय कलाकारों को मिलेगा अवसर
इसके अलावा, संस्कृति विभाग का मानना है कि मुफ्त शूटिंग की योजना से भविष्य में अन्य राज्यों से निर्देशक कलाकार आएंगे. इससे स्थानीय कलाकारों को भी अभिनय एवं अन्य तकनीकी क्षेत्र में कार्य करने का अवसर मिलेगा. साल 2019 से ही कोरोना के कारण फिल्म व्यवसाय ठप पड़ा है. साथ ही बेरोजगारी के कारण कई कलाकार निराश हैं. ऐसे में अगर यदि पर्यटन केंद्रों पर निःशुल्क शूटिंग होती है, तो वहां के आसपास के लोगों का भी व्यवसाय बढ़ेगा.
संस्कृति विभाग के अधीनस्थ क्षेत्रों में होगी मुफ्त शूटिंग
वहीं, संस्कृति विभाग के संचालक विवेक आचार्य ने बताया कि, संस्कृति विभाग द्वारा फिल्म शूटिंग के लिए अपने सभी अधीनस्थ क्षेत्रों में निशुल्क शूटिंग का निर्णय लिया गया है. इसमें पुरखौती मुक्तांगन और संग्रहालय शामिल है.उन्होंने कहा कि, इससे फिल्म उद्योग को बढ़ावा मिलेगा तथा कलाकारों के ऊपर आर्थिक बोझ कम होगा. अन्य विभागों में शूटिंग के दर निर्धारण करने के लिए विभाग के अधिकारियों से चर्चा की जाएगी और उसके बाद उनके दर का निर्धारण किया जाएगा.