रायपुर: पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर (मेकाहारा) के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में मंगलवार से कोविड-19 के सैंपल की जांच की सुविधा शुरू हो गई है.
मेडिकल कॉलेज रायपुर में शुरू हुई कोविड-19 सैंपल की जांच मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग स्थित वायरोलॉजी लैब में कोविड-19 सैंपल जांच सुविधा के अंतर्गत पहले दिन 22 सैंपल की जांच की गई. कोविड - 19 की जांच के लिए 16 लोगों की टीम बनाई गई है. इस टीम में माइक्रोबायोलॉजिस्ट, साइंटिस्ट, लैब टेकनीशियन और लैब असिस्टेंट शामिल हैं. कोरोना सैंपल जांच दो शिफ्टों में होगी. इस लैब में रायपुर समेत बिलासपुर संभाग और सरगुजा संभाग के कोरोना सैंपल की जांच की जाएगी. यह जांच सुविधा निशुल्क है.
तकनीकी प्रोटोकॉल छत्तीसगढ़ में कोरोना संकट की स्थिति को देखते हुए सभी तकनीकी प्रोटोकॉल और आईसीएमआर (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) के दिशा-निर्देशों के साथ केवल 4 से 5 दिनों में इस लैब को विकसित किया है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने मान्यता प्राप्त मिली है. इस जांच लैब में अत्याधुनिक आरटी-पीसीआर मशीन (RT-PCR - Real Time Polymerase Chain Reaction Machine), तीन बॉयो सेफ्टी कैबिनेट (Biosafety cabinet (BSC)), तीन लेमिनार एयर फ्लो कैबिनेट(Laminar air flow cabinet), ड्राई बाथ इनक्यूबेटर (Dry bath incubator), माइनस 80 डिग्री(-80℃) एवं माइनस 20 डिग्री (-20℃) सेंटीग्रेड के दो रेफ्रिजरेटर एवं अन्य उपकरण कोविड-19 जांच के लिए लगाए गए हैं. यह आईसीएमआर ने बी एस एल 2/ BSL 2 लैब (जैव सुरक्षा का वह स्तर जिसमें आवश्यक जैव रासायनिक सावधानियां बरती जाती हैं) है.
इसे भविष्य में अन्य वायरल रोगों के निदान के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकेगा. लैब में कोविड -19 सैंपल जांच के दौरान जैव सुरक्षा के वैश्विक एहतियात (universal protocol) का पालन करते हुए व्यक्तिगत पीपीई किट पहनना अनिवार्य है. जिससे उन्हें किसी प्रकार का संक्रमण न हो. साथ ही साथ सैंपल जांच में लगे कुछ लोग तब तक अपने घर नहीं जा सकेंगे, जब तक जांच पूरी न हो जाए. इसके बाद उन्हें 14 दिनों के लिए क्वारेंटाइन में जाना होगा. उसके बाद ही वे अपने घर जा सकेंगे.
कोविड-19 की रायपुर में जांच