रायपुर : छत्तीसगढ़ भूपेश सरकार के कार्यकाल को एक साल पूरे होने जा रहे हैं. 15 साल बाद सत्ता में आई कांग्रेस सरकार ने इन 365 दिनों में कितने वादे निभाए और धरातल पर कितने काम किए, कितनों की उम्मीदों पर खरे उतरे? ऐसे कई सवाल हैं जिनके जवाब ETV भारत आप तक पहुंचाएगा. बात करते हैं खेल की, तो प्रदेश के खिलाड़ियों की खेल प्रतिभाएं किसी से छिपी नहीं हैं. राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय पटल पर छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी हमेशा आगे रहे, लेकिन क्या भूपेश सरकार के राज में प्रदेश के खिलाड़ी संतुष्ट हैं?
खेल के क्षेत्र में एक साल में सरकार ने क्या कदम उठाए, इसे लेकर हमारी टीम ने खिलाड़ियों से बातचीत की, तो खिलाड़ियों ने कई खामियां निकाली और वे खेल व्यवस्था और खेल से जुड़े विकास को लेकर कई सवाल दागे.
कांग्रेस सरकार से थी उम्मीदें : खिलाड़ी
खिलाड़ियों का कहना था कि, जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई, तो उनको सरकार से काफी उम्मीदें थी कि वह खेल को उच्च स्तर पर पहुंचाएंगे. इसके साथ ही राज्य में ज्यादा से ज्यादा नेशनल खेल का आयोजन किया जाएगा, जिससे यहां के खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा और सीनियर खिलाड़ियों के साथ खेलकर उन्हें काफी कुछ सीखने को मिलेगा.
खरा नहीं उतर पाई कांग्रेस सरकार : खिलाड़ी
खिलाड़ियों ने कहा कि एक साल में कांग्रेस सरकार उनकी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी है, जो भी खेल आयोजित किए जा रहे हैं, उसमें खिलाड़ियों की सेफ्टी पर ध्यान नहीं दिया जाता. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पहले बीजेपी की सरकार के वक्त काफी सुविधाएं मिल जाती थी, लेकिन अब उन्हें पहनने के लिए ट्रैक सुट भी नहीं मिलता और न ही किसी तरह के आयोजन होते हैं.
खेल विकास प्राधिकरण के तहत सुविधाएं कब?
वहीं पिछले 40 सालों से फुटबॉल की कोचिंग दे रहे मुस्ताक अली खान का कहना है कि कांग्रेस सरकार ने खेल विकास प्राधिकरण बना दिया है, लेकिन उसके तहत अब जल्द से जल्द खेल के क्षेत्र में कदम उठाया जाए, तो खिलाड़ियों को इसकी सुविधा मिलेगी. खेल प्राधिकरण के तहत अलग-अलग खेल एकेडमी का निर्माण और खेल सामाग्री उपलब्ध कराने के साथ ही खिलाड़ियों को खेलों के लिए प्रोत्साहित करना और खेल के लिए सभी सुविधाएं मुहैया कराना शामिल होगा, जिससे छुपी हुई खेल प्रतिभाएं सामने आएंगी.