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नौकरी के नाम पर ठगी के आरोप में पार्षद पति गिरफ्तार, युवक से ऐंठे थे 7 लाख रुपये - नौकरी के नाम पर ठगी

बीरगांव नगर निगम के पार्षद पति हरेंद्र शर्मा को 7 लाख रुपये की ठगी के आरोप में गिरफ्तार किया है (fraud with unemployed youth). आरोपी हरेंद्र शर्मा ने बेरोजगार युवक को लेबर इंस्पेक्टर के पद पर नौकरी दिलाने का झांसा दिया और उससे 7 लाख रुपये ऐंठ लिए थे.

Councilor husband arrested for fraud
ठगी के आरोप में पार्षद पति गिरफ्तार

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Published : Jun 17, 2021, 6:12 PM IST

रायपुर:लेबर इंस्पेक्टर के पद पर नौकरी लगाने के नाम पर बीरगांव नगर निगम के पार्षद पति हरेंद्र शर्मा ने 7 लाख रुपये ठग (fraud with unemployed youth) लिए. अभी तक बेरोजगार युवक की नौकरी नहीं लगी. शिकायत के बाद खमतराई पुलिस ने पार्षद पति के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर उसे गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया.

2018 में श्रम निरीक्षक (लेबर इंस्पेक्टर) में भर्ती के लिए विज्ञापन निकला था. जिसमें सरायपली के डूमरपाली में रहने वाले दुखनाशन मानिकपुरी ने भी फार्म भरा था. इसी दौरान उसकी मुलाकात बिरगांव नगर निगम के पार्षद पति हरेन्द्र शर्मा से हुई. आरोपी ने ऊंची पहुंच का झांसा देते हुए युवक से नौकरी लगाने के नाम पर 7 लाख रुपये लिए थे. युवक की जब नौकरी नहीं लगी तो उसने पार्षद पति से अपने रुपये वापस मांगे. आरोपी बार-बार यह कह कर युवक को भगा देता कि जो करना है कर लो, तुम्हारे पैसे नहीं दूंगा.

युवक ने किसी तरह हिम्मत जुटाई और खमतराई थाने पहुंचकर पार्षद पति के खिलाफ केस दर्ज करवाया. खमतराई पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए गुरुवार को ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.

बेमेतरा में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार

बेमेतरा में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी

छत्तीसगढ़ में नौकरी के नाम पर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. बेमेतरा जिले के नांदघाट थाना क्षेत्र के ग्रामीणों से नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपियों ने खुद को न्यायालय में चपरासी बताकर ग्रामीणों की नौकरी भी चपरासी पद पर लगवाने के नाम पर 15 लाख 40 हजार रुपए लिए थे. मामले की शिकायत मिलते ही पुलिस ने आरोपियों को धर दबोचा.

15 लाख 40 हजार रुपये की ठगी

पूरा मामला बेमेतरा जिले के नांदघाट थाना क्षेत्र का है. जहां आकोली, चिचोली, बैतलपुर, किरता सहित अन्य गांव के 17 लोगों से आरोपियों ने न्यायालय में नौकरी दिलाने के नाम पर 15 लाख 40 हजार रुपए लिए. आरोपी मनीष सोनवानी बिलासपुर का रहने वाला है, जिसने अपने आपको न्यायालय का चपरासी बताकर भोलेभाले ग्रामीणों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे लाखों रुपए ऐंठ लिए.

रायपुर में कुछ दिन पहले ही हुई थी 19 लाख की ठगी

कुछ दिन पहले ही रायपुर के कोटा इलाके में नौकरी का सपना दिखाकर बेरोजगार युवकों से 19 लाख की ठगी का मामला सामना आया था. कोटा में ही रहने वाले शातिर युवक ने खुद को मंत्री शिव डहरिया से पहचान और उनका रिश्तेदार होने की बात करते हुए नौकरी लगवाने का झांसा दिया. युवक की बात में आकर 6 लोगों ने उसे रुपये दे दिए. फर्जी दस्तावेज और ज्वानिंग लेटर थमा कर आरोपी वहां से फरार हो गया. सरस्वती नगर पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई है.

रायपुर में फर्जी ज्वाइनिंग लेटर थमाकर की 19 लाख की ठगी, आरोपी ने खुद को बताया था मंत्री का रिश्तेदार

फर्जी ज्वानिंग लेटर थमा कर हुआ फरार

आरोपी ने मंत्री के करीबी और रिश्तेदार बताने के साथ ही कुछ आईएएस ऑफिसर से जान पहचान होना भी बताया. पीड़ित युवक से आरोपी ने कहा की एम्स (AIIMS) और भिलाई स्टील प्लांट (bhilai steel plant) में भी उसकी अच्छी पहचान है. पीड़ित ने अपने 5 दोस्तों को भी आरोपी से मिलवाया. जीव मंगल ने अन्य युवकों से भी नौकरी के नाम पर रुपये ले लिए. 6 युवकों से कुल 19 लाख रुपए ले लिए. कई महीनों तकजब नौकरी नहीं लगी तो युवकों ने रुपये वापस करने का दबाव बनाया. आरोपी ने युवकों को फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमा दिया. कुछ दिनों बाद आरोपी वहां से फरार हो गया.

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