रायपुर:प्रदेश में कोरोना का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. जिले के आरंग क्षेत्र में एक ही दिन में 6 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य अमला और प्रशासन पहले से ज्यादा सतर्क हो गया है. वहीं कोरोना का खतरा होने के बाद भी लोग लापरवाह दिख रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चौथे लॉकडाउन की घोषण करते समय बताया था कि लॉकडाउन का चौथा चरण नए रूप में होगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि नए नियमों के साथ ही जिंदगी की गाड़ी को पटरी पर लाने के उद्देश्य से चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन में ढील दी जा रही है. इसके साथ ही उन्होंने महामारी से बचने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा था. इसके अलावा केंद्र और राज्य सरकार लोगों से लगातार नियमों का पालन करने की अपील कर रही है, लेकिन लोग नहीं मान रहे हैं और मनमानी कर रहे हैं.
लॉकडाउन के चौथे चरण में तेजी से बढ़ा संक्रमण
लॉकडाउन के चौथे चरण में छूट मिलने के बाद से कोरोना संक्रमण के आंकड़े में तेजी आई है. छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से लॉकडाउन में मिली ढील के बाद लोग लापरवाह नजर आ रहे हैं. आलम यह है कि नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में नियमों को ताक पर रखकर लोग अपना काम कर रहे हैं. लोगों की लापरवाही कही न कहीं कोरोना को न्यौता दे रहा है. लोग न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं और न ही मास्क लगा रहे हैं.
चेहरे से गायब हो रहे मास्क
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए केंद्र सरकार सहित राज्य सरकार ने भी मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य कर दिया है, लेकिन लॉकडाउन के चौथे चरण के आखिरी समय में लोगों के मुंह पर से अब मास्क गायब हो गए हैं. वहीं सोशल डिस्टेंसिंग भी बीते समय की बात हो गई है.
छूट मिलने के बाद नियमों की अनदेखी
खास बात यह है कि लॉकडाउन के तीसरे चरण तक प्रशासनिक व्यवस्था बेहद चुस्त-दुरुस्त देखी जा रही थी, लेकिन लॉकडाउन के चौथे चरण शुरू होते ही प्रशासनिक मशीनरी ने ढिलाई बरती तो लोगों सहित दुकानदार और कई सरकारी संस्थाओं में नियमों की अनदेखी शुरू हो गई. बता दें कि वैश्विक महामारी का रूप ले चुके कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में 25 मार्च से लॉकडाउन लागू किया गया था, जो अभी तक चल रहा है.