रायपुरःसाल 2020 की तरह ही 2021 भी कोरोना (Chhattisgarh corona year 2021) के नाम रहा. साल 2021 में मध्य में कोरोना की दूसरी लहर (year ender 2021 chhattisgarh Corona ) ने कई लोगों को अपनों से छीन लिया. कई घर तबाह हो गए. हालांकि साल के अंत तक वैक्सीनेसन (corona vaccination in chhattisgarh) को हथियार बनाकर लोग आगे बढ़े. आलम ये रहा कि धीरे-धीरे लोगों के जेहन से कोरोना का खौफ ही खत्म हो गया. छत्तीसगढ़ में अप्रैल -मई 2021 में दूसरी लहर का कहर देखने को मिला. अप्रैल-मई महीने में रोजाना 12 हजार से 15 हजार संक्रमित मरीज मिल (Chhattisgarh Corona second wave) रहे थे. वहीं साल के अंतिम में कोरोना के नए वैरिएंट ने चिंता बढ़ा दी.
Corona havoc in Chhattisgarh: साल 2021 में कोरोना ने मचाई तबाही, ओमीक्रोन की दस्तक ने और बढ़ाई परेशानी
छत्तीसगढ़ में कोरोना की दूसरी लहर ने साल 2021 (Corona havoc in Chhattisgarh in 2021 ) के मध्य में तबाही मचाई थी. हालांकि साल के अंत तक कोरोना की रफ्तार प्रदेश में कम (chhattisgarh Corona second wave) होती गई.
छत्तीसगढ़ कोरोना साल 2021
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चलिए एक नजर डालते हैं साल 2021 के कोरोना के मामलों पर...
- जनवरी 2021: 2021 की शुरुआत में लगातार प्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या कम होने लगी. जनवरी में प्रदेश में रोजाना 800 से 1000 के आसपास संक्रमित मरीज मिल रहे थे. रोजाना 50 की मौत कोरोना से हो रही थी. 16 जनवरी से पूरे देश में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई थी. प्रदेश में भी तेजी सेवैक्सीनेशन का कार्य किया जा रहा था. पहले स्वास्थ्य कर्मियों का वैक्सीनेशन किया गया. तेजी से वैक्सीनेशन की वजह से लोग निश्चिंत हो गए और लापरवाही बरतने लगे. जबकि प्रदेश में लगातार दूसरी लहर दस्तक देने को आतुर थी.
- फरवरी 2021:फरवरी माह में प्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या कम होती रही. जिसे देखते हुए रोड सेफ्टी क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन मार्च में करने का निर्णय लिया गया. फरवरी के शुरुआती दिनों में प्रदेश में रोजाना 250 मरीज मिल रहे थे. हालांकि पहली लहर के मुकाबले यह काफी कम थे. इस वजह से प्रशासन भी थोड़ा लापरवाह हो गया था. लोग भी लापरवाही बरत रहे थे. सरकार ने भीड़भाड़ वाली जगहों के लिए गाइडलाइन जारी कर दी थी. हालांकि लोगों की लापरवाही इस माह अधिक देखने को मिली.
- मार्च 2021:मार्च में एक तरफ जहां रोड सेफ्टी क्रिकेट टूर्नामेंट को लेकर लोगों में उत्साह था. वहीं विदेशों से भी कई दिग्गज खिलाड़ी टूर्नामेंट खेलने रायपुर पहुंचे थे. रोड सेफ्टी टूर्नामेंट 7 मार्च से 22 मार्च तक आयोजित किया गया था. टूर्नामेंट शुरू होने के साथ-साथ प्रदेश में दोबारा संक्रमित मरीजों की संख्या एक बार फिर से बढ़नी शुरू हो गई थी. 7 मार्च को प्रदेश में 222 नए मामले देखने को मिले, जिसके बाद लगातार मरीजों की संख्या बढ़ने लगी. रोड सेफ्टी टूर्नामेंट आयोजित होने की वजह से स्टेडियम में भारी संख्या में भीड़ हो रही थी. आलम ये रहा कि एक बार फिर संक्रमितों की संख्या में इजाफा देखने को मिला.
- अप्रैल 2021ःअप्रैल माह शुरू होते ही प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर ने दस्तक दे दी थी. 3 अप्रैल को प्रदेश में 5 हजार 818 संक्रमित मिले थे. वहीं 7 अप्रैल होते-होते संक्रमित मरीजों की संख्या दुगनी होकर 10 हजार 310 हो गई. जिसको देखते हुए प्रदेश में दोबारा 4 अप्रैल से लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई. यह लॉकडाउन पहली लहर के दौरान लगाए गए लॉकडाउन से ज्यादा सख्त था. क्योंकि दूसरी लहर के दौरान प्रदेश में दोगुनी तेजी से संक्रमित मरीज मिल रहे थे. 13 अप्रैल को प्रदेश में 15 हजार 121 संक्रमित मरीज मिले थे. अप्रैल महीने में महाराष्ट्र के बाद छत्तीसगढ़ कोविड का केंद्र बन गया था. अप्रैल महीने में जहां एक तरफ रोजाना 12000 से 15000 मरीज मिल रहे थे. वहीं, प्रदेश में रोजाना 250 लोगों की मौत भी संक्रमण की वजह से हो रही थी.
- मई 2021:मई महीने में भी कोविड की दूसरी लहर का प्रकोप चरम पर था. लगातार मरीजों की संख्या में बढ़त तो दर्ज हो रही थी. साथ ही मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा था. मई महीने में रोजाना 50 हजार से ज्यादा कोविड टेस्ट भी किए जा रहे थे. 10 मई के बाद प्रदेश में रोजाना संक्रमित मरीजों की संख्या कम होने लगी. 30 मई को प्रदेश में 1655 संक्रमित मरीज मिले थे. मई खत्म होते-होते दूसरी लहर भी प्रदेश में खत्म होने लगी थी.
- जून 2021:जून माह कुछ सुकून देने वाला था. क्योंकि इस माह में संक्रमितों की संख्या तो कम हो रही रही थी. लोग भी वैक्सीनेशन के प्रति सजग दिख रहे थे. जून माह शुरू होते ही वैक्सीनेशन भी प्रदेश में तेजी से होने लगा. मई में 18 प्लस सभी लोगों को वैक्सीन लगनी शुरू हो गई थी. जून खत्म होते तक प्रदेश में कुल 93 लाख 37 हजार से अधिक डोज लगाए जा चुके थे. वहीं 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों को भी 24 लाख 56 हजार प्रथम डोज लगाया जा चुका था.
- जुलाई 2021:जुलाई शुरू होते ही प्रदेश में कोरोना की रफ्तार और धीमी हो गई. इस दौरान वैक्सीनेशन को और तेज कर दिया गया और जुलाई महीने खत्म होते तक राज्य में 1 करोड़ 17 लाख 94 हजार 254 कुल डोज लगाए जा चुके थे. जिसमें 18 से 44 आयु वर्ग के 38 लाख 56 हजार 427 लोगों को प्रथम डोज और 1 लाख 19 हजार 160 को दूसरी डोज लगाया गया था.
- अगस्त 2021:अगस्त आते-आते प्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या काफी कम हो गई थी. दूसरी लहर भी लगभग खत्म हो गई थी. 1 अगस्त को प्रदेश में 214 संक्रमित मरीज मिले थे. अगस्त महीना खत्म होते-होते प्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या काफी कम हो गई. 31 अगस्त को प्रदेश में मात्र 31 संक्रमित मरीज मिले थे.
- सितंबर 2021:सितंबर माह में भी संक्रमित मरीजों की संख्या काफी कम रही. हालांकि लगातार संक्रमित मरीज प्रदेश में मिल रहे थे. 1 सितंबर को प्रदेश में 31 संक्रमित मरीज मिले थे. कम संक्रमित मरीज मिलने की वजह से प्रदेश में टेस्टिंग भी कम कर दी गई थी. सितंबर महीने में प्रदेश में रोजाना लगभग 25 हजार टेस्टिंग की जा रही थी. सितंबर महीना खत्म होते तक प्रदेश में लगभग 1 करोड़ 90 लाख कोरोना वैक्सीन के डोज लोगों को लगाए जा चुके थे.
- अक्टूबर 2021:अक्टूबर में भी संक्रमित मरीजों की संख्या काफी कम रही. 1 अक्टूबर को प्रदेश में 22 संक्रमित मरीज मिले. अक्टूबर महीना खत्म होने तक प्रदेश में एक करोड़ 60 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लगाया जा चुका था. दोनों डोज मिलाकर 2 करोड़ 34 लाख डोज लगाए गए.
- नवंबर 2021:नवंबर में धीरे-धीरे संक्रमित मरीजों की संख्या दोबारा बढ़ने लगी. अक्टूबर महीने में 20-25 के आसपास संक्रमित मरीज रोजाना मिले थे. वहीं नवंबर महीने में यह आंकड़ा कभी-कभी 30 के पार भी पहुंच जा रहा था. 1 नवंबर को प्रदेश में 22 संक्रमित मरीज मिले थे. 30 नवंबर को प्रदेश में 34 संक्रमित मरीज मिले. नवंबर खत्म होते-होते कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन को लेकर केंद्र और राज्य सरकार ने गाइडलाइन जारी कर दी.
- दिसंबर 2021:दिसंबर माह शुरू होते ही कोरोना के नए वैरिएंट की आहट पूरे देश में फैल गई. कोरोना का नया वैरिएंट यानी ओमीक्रोन तेजी से फैलने वाला वैरिएंट है. जिस वजह से पूरे देश में केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने नवंबर में ही गाइडलाइन जारी कर दी थी. जिसमें कहा गया कि विदेश से आने वाले सभी यात्रियों की एयरपोर्ट पर ही टेस्टिंग की जाए. मौजूदा स्थिति को देखा जाए तो देश में 500 से अधिक ओमीक्रोन से संक्रमित मरीज मिल चुके हैं. हालांकि छत्तीसगढ़ में अब तक एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है. लेकिन प्रदेश में ओमीक्रोन का खतरा मंडरा रहा है.
Last Updated : Dec 29, 2021, 6:01 PM IST