रायपुर:कोरोना ने चुनावी राज्यों से दूरी बना रखी है, या फिर जिन राज्यों में चुनाव होने हैं उन राज्यों के नेता, मंत्री, विधायक और जनता को कोरोना नहीं होगा. शायद इसी वजह से चुनावी राज्यों में न तो कोरोना गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है और ना ही किसी तरह के कोरोना से बचाव के इंतजाम किए जा रहे हैं. असम, तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल ओर बंगाल में आगामी दिनों में विधानसभा चुनाव होने हैं. जिसके लिए चुनाव प्रचार चरम सीमा पर है. यहां प्रचार के लिए छत्तीसगढ़ से भी हजारों की संख्या में नेता, मंत्री, विधायक, सांसद कार्यकर्ता पहुंच रहे हैं.
असम दौरे पर सीएम भूपेश बघेल
असम की बात की जाए तो वहां पिछले कई हफ्तों से कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं ने डेरा डाल रखा है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खुद असम की कमान संभाल रहे हैं. उनके साथ संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, सरकार के कई मंत्री, विधायक पहले से ही असम में चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं. वर्तमान में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह भी अपने विधायक और नेताओं के साथ असम में डेरा डाले हुए हैं.
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चुनावी सभा में 'NO' कोरोना गाइडलाइंस
पार्टी कोई भी हो लेकिन सभी नेता असम में तेजी से चुनाव प्रचार कर रहे है. यहां होने वाली चुनावी सभा में हजारों की संख्या में लोग बिना मास्क, बिना सैनिटाइजर के शामिल हो रहे हैं. यहां तक कि इन सभाओं में भीड़ इतनी होती है कि पैर रखने तक की जगह नहीं होती है. लोग एक-दूसरे से 1 गज की दूरी तो क्या 1 इंच की दूरी नहीं बना रहे हैं. नेताओं का लगातार चुनावी राज्यों और फिर वहां से वापस अपने राज्य में आना जाना लगा हुआ है. इस दौरान किसी भी तरह की कोरोना गाइडलाइंस का पालन नहीं हो रहा है. ना तो वे बाहरी राज्यों से वापस आकर क्वारेंटाइन हो रहे हैं. ना ही भीड़-भाड़ से दूरी बना रहे हैं.