Corona Effect On Air Service in Raipur : यात्रियों की संख्या में कमी, फ्लाइट्स भी हो गई आधी
छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश में कोरोना कहर बरपा रहा है. लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. अब तो संक्रमित लोगों की मौत की संख्या भी बढ़ती जा रही है. इसका असर रायपुर की हवाई सेवा (Corona Effect On Air Service in Raipur) पर भी पड़ा है.
यात्रियों की संख्या में कमी फ्लाइट्स भी हो गई आधी
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Published : Jan 18, 2022, 6:31 PM IST
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Updated : Jan 18, 2022, 9:02 PM IST
रायपुर :छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ (Corona infected increasing continuously in Chhattisgarh) रही है. वहीं मौत का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है. रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग में सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज हैं. साथ ही अब मौत का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है. वहीं लगातार बढ़ती संक्रमण दर का असर फ्लाइट और यात्रियों की संख्या पर भी साफ-साफ दिखने लगा है. पिछले एक हफ्ते में दिल्ली, बंगलोर और मुंबई जैसे तमाम बड़े शहरों के लिए रायपुर से उड़ान भरने वाली फ्लाइट्स की संख्या कम हुई है. वहीं पिछले हफ्ते के मुकाबले इस हफ्ते यात्रियों की संख्या भी आधी रह गई है.
कम यात्री होने से एयरलाइंस को नुकसान, इसलिए कैंसल हो रहीं फ्लाइट्स व्यास ट्रैवल्स के मालिक कीर्ति व्यास ने बताया कि छत्तीसगढ़ में कोरोना मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है. इस कारण यात्रियों में भी दहशत है. लोग यात्रा करने से घबरा रहे हैं. इस वजह से पिछले एक हफ्ते में यात्रियों की संख्या करीब-करीब आधी हो गई है. फ्लाइट्स खाली चल रही हैं. इस वजह से फ्लाइट्स कैंसल हो रही हैं. मुझे लगता है कि यह स्थिति अभी और 10-15 दिन तक रहेगी. इसके बाद यात्रियों की संख्या बढ़ सकती है.
15 फरवरी के बाद बढ़ सकती है फ्लाइट्स और यात्रियों की संख्या फ्लाइट्स कम होने की वजह से कुछ शहरों से कनेक्टिविटी कम हो सकती है. जैसे अभी विशाखापट्टनम एक ही फ्लाइट जाती है. हैदराबाद दो फ्लाइट जाती है. विशाखापट्टनम और हैदराबाद जैसी फ्लाइट में यात्री नहीं रहेंगे तो वहां जाने वाली फ्लाइट कैंसल तो होगी ही. वहीं दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों के लिए जहां दिन में 5 से 6 फ्लाइट जाती हैं, वहां की फ्लाइट भी आधी हो गई है. यात्रियों की संख्या कम होने से कनेक्टिविटी कम होती ही है. यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि 15 फरवरी के बाद से इंप्रूवमेंट होने के चांसेस रहेंगे और वापस बड़े शहरों से कनेक्टिविटी हो जाएगी.