रायपुरः छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान में प्रदेश की सात सीटों पर करीब 68. 41 फीसदी मतदान हुए. इस बार भी चुनाव में ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी इलाकों से ज्यादा वोटिंग देखने को मिली.
पूर्व निर्वाचन आयुक्त सुशील त्रिवेदी पिछले लोकसभा चुनाव में इन 7 सीटों में रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, जांजगीर चांपा, कोरबा, रायगढ़, सरगुजा में 69.09 फीसदी वोटिंग हुई थी. इस बार रायपुर लोकसभा की बात की जाए, तो यहां 64.6% मतदान हुए. वहीं बिलासपुर में 65.26% और दुर्ग में 62.07 प्रतिशत वोटिंग हुई.
'उदासीन हो चुके हैं शहरी मतदाता'
चुनाव आयोग द्वारा चलाए गए मतदाता जागरुकता अभियान का असर गांवों में ज्यादा देखने को मिला है. इसे लेकर पूर्व निर्वाचन आयुक्त सुशील त्रिवेदी का मानना है कि आमतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत अधिक होता है. उन्होंने कहा कि आजकल लोग घरों में बैठकर राजनीति की बातें, तो बहुत करते हैं, लेकिन मतदान के वक्त अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाते.
"जागरूकता अभियान हुआ नाकाम'
त्रिवेदी ने कहा कि शहरी मतदाता उदासीन होता है. वो मतदान के दौरान लाइन में लगने से बचता है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग और जिला प्रशासन की तरफ से 100 फीसदी वोटिंग को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया था, लेकिन इस बार भी शहरी वोटरों को मतदान केंद्रों तक पहुंचने में यह अभियान बुरी तरह से नाकाम साबित हुआ है.