पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के नए कुलपति पर विवाद रायपुर : कांग्रेस विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि '' यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि अनुसुइया उइके ने जाते जाते छत्तीसगढ़ के साथ एक बार फिर से अन्याय किया. ऐसी क्या हड़बड़ी थी. आपका तबादला हो गया. हवाई जहाज में बैठने के बाद आदेश बाहर निकाले गए. इसका मतलब ये है कि पिछली तारीख में उन्होंने यह नियुक्ति की थी. छत्तीसगढ़ के साथ अन्याय किया है. लोगों की मांग थी कि स्थानीय व्यक्ति को कुलपति बनाया जाए. लेकिन उन्होंने लोगों की मांग को दरकिनार किया.''
छत्तीसगढ़ की प्रतिभा के साथ धोखे का आरोप: सुशील आनंद शुक्ला ने यह भी कहा कि ''इसके पहले अनुसुइया उइके ने 6 कुलपतियों की नियुक्ति की. सब में बाहरी व्यक्तियों की नियुक्ति की गई.यह सीधे सीधे छत्तीसगढ़ की प्रतिभा के साथ धोखा है. यह भारतीय जनता पार्टी का चरित्र है. भारतीय जनता पार्टी को इसका जवाब देना चाहिए कि वह इससे सहमत हैं कि असहमत हैं.'' सुशील आनंद शुक्ला ने नए राज्यपाल से निवेदन किया है कि इस नियुक्ति को तत्काल रद्द करें.
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क्या है पूरा मामला :पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के लिए नए कुलपति की नियुक्ति की गई है. यह नियुक्ति आदेश अनुसुइया उइके ने जारी किया है. पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय का नया कुलपति सच्चिदानंद शुक्ला को बनाया गया है. वह डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या के भौतिक विभाग के इलेक्ट्रॉनिक के प्रोफेसर हैं. सच्चिदानंद शुक्ला 1 अप्रैल को अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे.
कांग्रेस ने अनुसुइया उइके को घेरा: सच्चिदानंद शुक्ला की नियुक्ति का आदेश राज्यपाल ने 14 फरवरी 2023 को जारी किया था. यह आदेश राज्यपाल की विदाई के बाद सामने आया है. पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के वर्तमान कुलपति डॉ केशरी लाल वर्मा का कार्यकाल 1 अप्रैल को पूरा हो रहा है. लेकिन अब इस नियुक्ति को लेकर कांग्रेस एक बार फिर हमलावर हुई है. कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा है कि राज्यपाल अनुसुइया उइके ने बाहरी व्यक्ति की नियुक्ति कर प्रदेश के साथ अन्याय किया है.