रायपुर: कांग्रेस की ओर से लगातार चावल मामले को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है. इसी कड़ी में असंगठित मजदूर कामगार कांग्रेस ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया है. कांग्रेस ने आगामी 25 नवंबर को महाधरने का ऐलान किया है. महाधरना रायपुर के राजीव गांधी चौक पर दिया जाएगा. धरने में प्रदेशभर के पदाधिकारी और कार्यकर्ता सहित मजदूर और किसान शामिल होंगे.
मोदी सरकार पर दबाव बनाने कांग्रेस का 25 नवंबर को महाधरना
छत्तीसगढ़ असंगठित कामगार कांग्रेस द्वारा चावल को केन्द्र सरकार द्वारा सेंट्रल पुल में न खरीदने के विरोध में एवं मजदूरों की सुरक्षा की मांग को लेकर महाधरना दिया जाएगा.सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक महाधरना कर दोपहर 3 बजे कांग्रेस राजभवन की ओर कूच करेगी एवं राज्यपाल को राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेगी.
सौंपेंगे ज्ञापन
छत्तीसगढ़ असंगठित कामगार कांग्रेस द्वारा चावल को केन्द्र सरकार द्वारा सेंट्रल पुल में न खरीदने के विरोध में एवं मजदूरों की सुरक्षा की मांग को लेकर महाधरना दिया जाएगा.सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक महाधरना कर दोपहर 3 बजे कांग्रेस राजभवन की ओर कूच करेगी एवं राज्यपाल को राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेगी.
की ये मांग
कांग्रेस का कहना है कि वर्तमान में भाजपा सरकार ने सामाजिक सुरक्षा लाने जा रही है, जिससे मौजूदा 15 श्रम कल्याण कानूनों का विलय किया गया है. इस संहिता में 40 करोड़ असंगठित श्रमिकों के लिये कुछ भी ठोस वायदा नहीं किया गया है. असंगठित कामगार कांग्रेस छत्तीसगढ़ मांग करती है कि भारत सरकार किसानों के हित में छत्तीसगढ़ का चावल सेंट्रल पुल में खरीदे, असंगठित कामगारों के रोजगार की रक्षा करते हुए उनके लिए बेहतर रोजगार की व्यवस्था तैयार की जाए.बेराजगारों के लिये रोजगार का अवसर तैयार किया जाए. असंगठित कामगारों की मजदूरी सुनिश्चित किया जाए. सामाजिक सुरक्षा संहिता में असंगठित श्रमिको के लिए जीवन, विकलांगता, स्वास्थ्य, मातृत्व एवं पेंशन संबंधित प्रावधान भी सुनिश्चित की जाए. सभी असंगठित एवं स्व श्रमिकों को कामगार के रूप में पहचान एवं पंजीकृत किया जाए. सभी असंगठित कामगारों ईपीएफ एवं आईएसआई योजना के दायरे में लाया जाना सुनिश्चित किया जाए.