अडानी के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन रायपुर:हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट और अदानी समूह से जुड़े मामले को लेकर कांग्रेस ने देशभर में प्रदर्शन किया. कांग्रेस ने तमिलनाडु, तेलंगाना, महाराष्ट्र, जम्मू कश्मीर समेत देशभर में मोर्चा खोला. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने SBI और LIC ऑफिस के सामने विरोध प्रदर्शन किया. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी कांग्रेसियों ने जमकर नारेबाजी की. जयस्तंभ चौक में प्रधानमंत्री मोदी और अडानी का पुतला भी फूंका गया.
"मोदी सरकार हम दो हमारे दो की सरकार है":छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि "केंद्र में बैठी मोदी सरकार हम दो हमारे दो की सरकार है. स्टेट बैंक, एलआईसी और राष्ट्रीयकृत बैंकों में जमा जनता के पैसे को मोदी सरकार ने 10 लाख करोड़ रुपया अडानी की कंपनी में लगाकर डूबा दिया है. इसकी जांच होनी चाहिए. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. आम जनता का पैसा आम जनता को वापस मिलना चाहिए.''
"गाढ़ी कमाई का पैसा आम जनता को वापस मिलना चाहिए:" मोहन मरकाम ने यह भी कहा कि ''एसबीआई में 45 करोड़ ग्राहक हैं. 21000 करोड़ों रुपया अडानी की कंपनी में लगाया गया है. एलआईसी में 29 करोड़ ग्राहक हैं. 27000 करोड़ रुपया अडानी की कंपनी में लगाया गया है. यह पैसा डूबने की स्थिति में है. आम जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा आम जनता को वापस मिलना चाहिए."
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कांग्रेस क्यों कर रही है प्रदर्शन:दरअसल 24 जनवरी को हिंडनबर्ग ने अडानी समूह पर एक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अडानी समूह दशकों से शेयरों के हेरफेर और अकाउंट की धोखाधड़ी में शामिल है. मारीशस से लेकर संयुक्त अरब अमीरात तक टैक्स अडानी परिवार की कई मुखौटा कंपनियां है. इनका उपयोग मनी लांड्रिंग के लिए किया गया है. इन मुखौटा कंपनियों के जरिए फंड की हेराफेरी हुई है. इस खुलासे के बाद कांग्रेस अब कांग्रेस ने हल्ला बोल दिया है.
हिंडनबर्ग रिसर्च कंपनी क्या है: एक अमेरिकी कंपनी हिंडन बर्ग रिसर्च यह इक्विटी क्रेडिट और डेरिवेटिव मार्केट के आंकड़ों का विश्लेषण करती है. इस कंपनी को कारपोरेट जगत की गतिविधियों के बारे में खुलासा करने के लिए जाना जाता है. कंपनी पता लगाती है कि क्या शेयर मार्केट में कहीं कोई गलत तरीके से पैसों की हेराफेरी तो नहीं कर रहा है. कोई कंपनी अकाउंट मिसमैनेजमेंट कर खुद को बड़ा तो नहीं दिखा रही है. कोई कंपनी शेयर मार्केट में अपने फायदे के लिए गलत तरीके से दूसरी कंपनियों के शेयर को वेट लगाकर नुकसान तो नहीं पहुंचा रही है.