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congress plenary session 2023: रायपुर में होने जा रहा है कांग्रेस का महाधिवेशन, जानिए इससे पहले कब कब हुआ कांग्रेस अधिवेशन - congress plenary session in raipur

रायपुर में कांग्रेस का 85वां महा अधिवेशन होने जा रहा है. आने वाले दिनों में राजधानी रायपुर में कांग्रेस के कई बड़े चेहरों का जमावड़ा लगने वाला है. यह पहली बार है क छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का महा अधिवेशन हो रहा है. आइए जानते हैं कि इससे पहले कांग्रेस के अधिवेशन कहां कहां हुए हैं.

congress plenary session
कांग्रेस का 85वां महा अधिवेशन

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Published : Feb 21, 2023, 2:33 PM IST

Updated : Feb 21, 2023, 9:56 PM IST

रायपुर:आजाद भारत का पहला और कांग्रेस का 55 वां अधिवेशन जयपुर में दिसम्बर 1948 में हुआ था. उस वक्त कांग्रेस के अध्यक्ष बी पट्टाभि सीतारमैय्या थे. जिसके बाद कांग्रस का 56वां अधिवेशन सितम्बर 1950 में नासिक में हुआ. उस वक्त कांग्रेस के 1953 पुरुषोत्तम दास टंडन थे. कांग्रेस का 57वां अधिवेशन नयी दिल्ली में मार्च 1951 में हुआ. इस वक्त पंडित जवाहरलाल नेहरू कांग्रेस के अध्यक्ष थे. कांग्रेस का 58वां अधिवेशन हैदराबाद में मई 1953 में हुआ. उस समय पार्टी अध्यक्ष पंडित जवाहरलाल नेहरू थे. कांग्रेस का अगला 59वां अधिवेशन जुलाई 1954 में हुआ. इस समय कांग्रस के अध्यक्ष पंडित जवाहरलाल नेहरू थे.

कांग्रेस अधिवेशन का इतिहास

कांग्रस का 60वां अधिवेशन अवादी, मद्रास में सितम्बर 1955 में हुआ. इस दौरान कांग्रेस के अध्यक्ष रोमेश चंदर दत्त थे. फिर कांग्रेस का 61वां सत्र अमृतसर में अगस्त 1956 में हुआ. इस दौरान यू एन ढेबर कांग्रेस के अध्यक्ष थे. कांग्रेस ने 62वां सत्र इंदौर में मई 1957 में किया. इस दौरान यू एन ढेबर ही कांग्रेस के अध्यक्ष थे. फिर 63वां सत्र गुवाहाटी में जुलाई 1958 में हुई. जिसकी अध्यक्ष भी यू एन ढेबर ने की. कांग्रस का 64वां सत्र नागपुर में जून 1959 में हुआ. इस दौरान यू एन ढेबर ही कांग्रेस के अध्यक्ष थे. कांग्रेस का 65वां सत्र बैंगलोर में जनवरी 1960 में हुआ. इस दौरान अध्यक्ष एन संजीव रेड्डी थे. कांग्रस का 66वां सत्र भावनगर में जनवरी 1961 में हुआ. इसकी अध्यक्षता भी एन संजीव रेड्डी ने ही की.

कांग्रेस का 67वां सत्र पटना में अगस्त 1962 में हुआ. इसकी अध्यक्षता भी एन संजीव रेड्डी ने ही की. जिसके बाद 68वां सत्र भुवनेश्वर में सितम्बर 1964 में हुआ. इस सत्र के अध्यक्ष के. कामराज थे. फिर कांग्रेस का 69वां सत्र दुर्गापुर में अप्रैल 1965 में हुआ. इस सत्र के अध्यक्ष के. कामराज ही थे. 70वां सत्र जयपुर में जुलाई 1966 में के. कामराज की अध्यक्षता में हुआ. 74वां सत्र कलकत्ता में दिसम्बर 1972 में हुआ. इस सत्र के अध्यक्ष शंकर दयाल शर्मा थे. 71वां सत्र हैदराबाद में जनवरी 1968 में हुआ. जिसके अध्यक्ष एस निजलिंगप्पा थे. कांग्रेस का 72वां सत्र फरीदाबाद में अप्रैल 1969 में हुआ. इस दौरान अध्यक्ष एस निजलिंगप्पा थे.

कांग्रेस अधिवेशन का इतिहास

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कांग्रेस का 73वां सत्र बंबई में दिसम्बर 1969 में हुआ. जिसके अध्यक्ष जगजीवन राम थे. 75वां सत्र चंडीगढ़ में दिसम्बर 1976 में हुआ. जिसके अध्यक्ष डी.के. बरुआ थे. 76वां सत्र नयी दिल्ली में जनवरी 1978 में हुआ. जिसकी अध्यक्षता इंदिरा गांधी ने की थी. 77वां सत्र कलकत्ता में दिसम्बर 1983 में हुआ था. इंदिरा गांधी ने इसकी अध्यक्षता की थी. कांग्रेस का 78वां शताब्दी सत्र बंबई में दिसम्बर 1985 में राजीव गांधी की अध्यक्ष में हुई.

उदारीकरण के बाद का सत्र (1990-2019):इसके बाद दिसम्बर 1998 में कांग्रेस का विशेष सत्र नई दिल्ली में दिसम्बर 1998 में हुआ. जिसकी अध्यक्ष सोनिया गांधी थीे. 79वां सत्र तिरुपति (आंध्र प्रदेश) में अप्रैल 1992 में हुआ. इसके अध्यक्ष पी.वी. नरसिम्हा राव थे. कांग्रेस का अगला विशेष सत्र सूरजकुंड (हरियाणा) में मार्च 1993 में हुआ. इसकी अध्यक्षता पी.वी. नरसिम्हा राव ने की थी. कांग्रेस ने अगला विशेष सत्र नयी दिल्ली में जून 1994 में पी.वी. नरसिम्हा राव की अध्यक्षता में किया. जिसके बाद पार्टा का अगला विशेष सत्र तालकटोरा स्टेडियम, नई दिल्ली में मई 1995 में सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुआ. कांग्रेस का अगला सत्र 80वां सत्र कलकत्ता में अगस्त 1997 में हुआ. इसके अध्यक्ष सीताराम केसरी थे.

कांग्रेस का विशेष सत्र तालकटोरा स्टेडियम, नई दिल्ली में दिसम्बर 1998 में आयोजित हुई थी. जिसकी अध्यक्षता सोनिया गांधी ने की थी. 79वां सत्र तिरुपति (आंध्र प्रदेश) अप्रैल 1992 में हुआ. जिसके अध्यक्ष पी.वी. नरसिम्हा राव थे. अगला विशेष सत्र सूरजकुंड (हरियाणा) में मार्च 1993 में हुआ. जिसके अध्यक्ष पी.वी. नरसिम्हा राव थे. अगला विशेष सत्र नयी दिल्ली में जून 1994 में हुआ. जिसके अध्यक्ष भी पी.वी. नरसिम्हा राव ही थे. अगला विशेष सत्र तालकटोरा स्टेडियम, नई दिल्ली में मई 1995 में सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई. 80वां सत्र कलकत्ता में अगस्त 1997 में सीताराम केसरी की अध्यक्षता में हुआ.

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विशेष सत्र तालकटोरा स्टेडियम, नई दिल्ली में दिसम्बर 1998 में सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुआ. चिंतन शिविर पंचमढ़ी (म.प्र.) में सितम्बर 1998 में सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुआ. विशेष सत्र नई दिल्ली में अप्रैल 1998 में सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुआ. 81वां सत्र बैंगलोर में फ़रवरी 2001 में सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुआ. चिंतन शिविर शिमला (हि.प्र.) में जुलाई 2003 में सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुआ. विशेष सत्र तालकटोरा स्टेडियम, नई दिल्ली अगस्त 2004 में हुआ. जिसकी अध्यक्ष सोनिया गांधी थीं. 82वां सत्र हैदराबाद में जनवरी 2006 में हुई. जिसकी अध्यक्ष सोनिया गांधी थी.

83वां पूर्ण सत्र नयी दिल्ली में जनवरी 2010 में आयोजित किया गया. जिसकी अध्यक्षता सोनिया गांधी ने की थी. जिसके बाद चिंतन शिविर जयपुर में जनवरी 2013 में हुआ था. जिसकी अध्यक्षता सोनिया गांधी ने की थी 84वां एआईसीसी पूर्ण सत्र नयी दिल्ली में मार्च 2018 में हुआ था. जिसकी अध्यक्षता राहुल गांधी ने की थी. एआईसीसी का 85वां पूर्ण सत्र नवा रायपुर, छत्तीसगढ़ में फरवरी में 24 से 26 तक होने जा रही है. जिसकी अध्यक्षता मल्लिकार्जुन खड़गे कर रहे हैं.

Last Updated : Feb 21, 2023, 9:56 PM IST

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