रायपुर: केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान एक महीने से आंदोलनरत हैं. किसानों आंदोन की आग अब दिल्ली बॉर्डर से छत्तीसगढ़ पहुंच गई है. छत्तीसगढ़ में कुछ किसान केंद्र सरकार के विरोध में रैली निकाल रहे हैं. कुछ किसान कृषि कानून के समर्थन में रैली निकाल रहे हैं. भूपेश सरकार भी कृषि कानून को लेकर केंद्र पर हमलावर है. इसके इतर बीजेपी छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है.
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छत्तीसगढ की राजनीति में किसानों को लेकर जंग छिड़ी हुई है. भाजपा का कहना है कि कृषि कानून के खिलाफ कांग्रेस लोगों को बरगलाने का काम कर रही है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कांग्रेस ने इतने साल में किसानों के लिए कुछ नहीं किया. किसानों के लिए कुछ किया होता है, तो आज उन्हें सड़क पर आंदोलन नहीं करना पड़ता. मोदी सरकार किसानों के हित में काम करने जा रही है. उसका कांग्रेस विरोध कर रही है.
कांग्रेस किसानों के बीच मंडी बंद होने का कर रही प्रचार
संजय श्रीवास्तव का कहना है कि कृषि कानून में कहीं भी समर्थन मूल्य ना होने का जिक्र नहीं है. मंडी बंद करने जैसा कोई बात नहीं है. यह सब यथास्थिति में रहेंगे. बावजूद इसके कांग्रेस किसानों के बीच प्रचार रही है. नए कृषि कानून लागू होने के बाद मंडी बंद हो जाएगी. किसानों को उनकी उपज का समर्थन मूल्य भी नहीं मिलेगा. कांग्रेस यह सब कहकर बरगला रही है.
'कृषि कानून के समर्थन में सड़क पर उतरेगी बीजेपी'
संजय श्रीवास्तव ने कहा केंद्र सरकार ने किसानों के लिए और उनके हितों की रक्षा के लिए कृषि कानून बनाया है. कांग्रेस के लोग किसान बनकर प्रदर्शन कर रहे हैं. असामाजिक लोग उसमें शामिल हो रहे हैं. जिन किसानों को लग रहा है कि कृषि कानून किसानों के हित में है. उन्होंने यह निर्णय लिया है. वे भी अब कृषि कानून के समर्थन में सड़क पर उतरकर अपनी बात रखेंगे.