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"भगवान" के दरबार में जाने के लिए भक्तों को इजाजत की जरूरत नहीं : बृहस्पति

विधायकों को दिल्ली से छत्तीसगढ़ लौट आने के बाद अब सबकी निगाहें अब प्रदेश में हो रही हर-एक हलचल पर है. ऐसे में मंगलवार को पीसीसी चीफ मोहन मरकाम से मिलने विधायक उनके सरकारी आवास पहुंचे. मरकाम ने विधायकों को आदिवासी नृत्य महोत्सव की जिम्मेदारी सौंपी है. विधायक अलग-अलग राज्य जाकर वहां लोगों को छत्तीसगढ़ आकर इस समारोह में शामिल होने का न्यौता देंगे.

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Published : Oct 5, 2021, 12:19 PM IST

Updated : Oct 5, 2021, 3:54 PM IST

Brihaspati Singh
बृहस्पति सिंह

रायपुर :बृहस्पति सिंह (Brihaspati Singh) आज सुबह कुछ विधायकों के साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम (Congress State President Mohan Markam) से मिलने उनके रायपुर स्थित सरकारी आवास पहुंचे. यहां पर उन्होंने करीब 1 घंटे तक मोहन मरकाम से बातचीत की. फिर बाहर निकलने पर बृहस्पति सिंह ने बताया कि आगामी दिनों में आदिवासी नृत्य महोत्सव (Tribal Dance Festival) आयोजित किया जाना है, जिसकी रूपरेखा तैयार करने आज वे लोग मोहन मरकाम से मिलने पहुंचे हैं.

बृहस्पति सिंह

मरकाम ने विधायकों को सौंपी जिम्मेदारी

बृहस्पति ने बताया कि आज मोहन मरकाम ने कई विधायकों को इस आदिवासी नृत्य महोत्सव की जिम्मेदारी सौंपी है. इसके तहत ये सभी विधायक अलग-अलग राज्य जाएंगे और वहां के लोगों को छत्तीसगढ़ आने का न्यौता देंगे.

पहले भी दिल्ली जाते-आते रहे हैं विधायक

इस दौरान उन्होंने दिल्ली में हुए घटनाक्रम को लेकर कहा कि पहले भी वे लोग दिल्ली आते-जाते रहे हैं. विपक्ष में थे तब भी और सरकार बनने के बाद भी दिल्ली जाते रहे. पिछली बार भी 50-60 एमएलए गए थे. उसके पहले भी 46 विधायक गए थे. इसमें 30 लोग आ गए, बाकी लोग अपना निजी काम निपटा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम लोग लगातार अपने नेताओं के दरबार में जाते हैं और उनसे मुलाकात करते हैं. पिछली बार हमने अपने नेता से 12 बजे रात में मुलाकात की थी. अभी वह लोग उत्तर प्रदेश में हैं. उत्तर प्रदेश जाने के पहले बात हुई थी, लेकिन घटना घटने के बाद उनका आना संभव नहीं हो पा रहा है. वे छत्तीसगढ़ आने वाले हैं, उनके यहां आने के बाद बैठकर संगठन और सत्ता की बात जाएगी.

हमारे नेता बहुत दिलदार हैं...

बृहस्पति ने कहा कि भगवान के दरबार में जाने के लिए किसी भक्तों को पूछने की आवश्यकता नहीं है. अपने नेता हैं. हमारे दल के नेता हैं. उनके पास जाने के लिए, उनसे बात करने के लिए किसी कार्यकर्ता की अनुमति की आवश्यकता नहीं होती है. हमारे नेता बहुत दिलदार हैं. हमारे राहुल हों, सोनिया हों या पुनिया हों सभी दिलदार हैं. जब भी हम इच्छा प्रकट करते हैं मिलने की और टाइम देते हैं, वे छत्तीसगढ़ आ भी रहे हैं.

Last Updated : Oct 5, 2021, 3:54 PM IST

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